हजारीबाग में 10 दिन से बिजली नहीं, सैकड़ों उपभोक्ता परेशान

शहर से सटे पेलावल रहमत नगर (फुटबॉल ग्राउंड) में लगे बिजली ट्रांसफॉर्मर कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकता है. इसमें क्षमता से अधिक कनेक्शन होने से आये दिन ट्रांसफॉर्मर में खराबी पहुंच रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2022 1:27 PM

हजारीबाग से सटे पेलावल रहमत नगर (फुटबॉल ग्राउंड) में लगे बिजली ट्रांसफॉर्मर कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकता है. इसमें क्षमता से अधिक कनेक्शन होने से आये दिन ट्रांसफॉर्मर में खराबी पहुंच रहा है. कई उपभोक्ताओं ने बताया कि बिजली विभाग की ओर से नियमित देखरेख नहीं होने के कारण हर दो दिन में फ्यूज उड़ रहा है.

ट्रांसफॉर्मर से बिजली तेल बाहर आ रहा है. इससे आग लगने की खतरा बनी हुई है. वहीं 10 दिनों से एक फेस में फ्यूज उड़ा हुआ है. इससे लगभग दस हजार की आबादी अंधेरे में है. उपभोक्ता परेशान हैं. सभी उपभोक्ताओं को बिजली से जुड़े घरेलू कामकाज प्रभावित है.

बिजली पोल गिराया, खड़ा नहीं किया :

रहमत नगर के गली नंबर छह में दो वर्ष से दर्जनों बिजली के पोल जगह-जगह गिराया गया है, इसे खड़ा नहीं किया गया है. लंबे समय से जमीन पर फेंके गये कई बिजली पोल मिट्टी में दब गये हैं. विभाग की ओर से कई मोहल्ले में अर्थिंग वायर की सप्लाई नहीं दी गयी है.

उपभोक्ता अपने घरों के अर्थिंग पर निर्भर हैं. कई जगहों पर 11 हजार तार सुरक्षित नहीं है. फ्यूज जोड़ने में उपभोक्ताओं से बिजली विभाग कर्मियों ने पैसे की वसूली की है. प्रति घर 20 से 50 रुपया वसूला गया है. इसके बाद भी फ्यूज नहीं बनाया गया है.

घर से तार हटाने का लिया गया पैसा :

एक उपभोक्ता ने बताया है कि उसके आंगन में पहले से बिजली पोल लगा था. इससे वह परेशान था. बिजली विभाग में आवेदन देने के बाद विभाग की ओर से तार को बाउंड्री किनारे पहुंचाने में राशि वसूली गयी है. हर काम के बदले बिजली विभाग की ओर से राशि ली जा रही है.

उपभोक्ता का दर्द :

उपभोक्ता मो असलम ने बताया कि नियमित बिजली नहीं रहती है. बिजली रहती है, तो वोल्टेज लो रहता है. अभी 10 दिनों से फ्यूज नहीं बनाया गया है. हम सभी अंधेरे में हैं. नियमित रूप से बिजली बिल जमा करने के बावजूद भी बिजली नहीं मिल रही है. एक ट्रांसफॉर्मर में क्षमता से अधिक कनेक्शन बिजली विभाग की ओर से दिया गया है, जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकता है.

Next Article

Exit mobile version