हिंदी हमारे देश की संस्कृति और साहित्य की धरोहर : डॉ मुनीष
आइसेक्ट विश्वविद्यालय तरबा-खरबा के मुख्य कैंपस में गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गयी.
आइसेक्ट विश्वविद्यालय में विराजे गणपति बप्पा
हजारीबाग.
आइसेक्ट विश्वविद्यालय तरबा-खरबा के मुख्य कैंपस में गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गयी. कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, कुलपति डॉ पीके नायक, डीन एडमिन डॉ एसआर रथ, वोकेशनल निदेशक डॉ बिनोद कुमार ने भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की. गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गूंज उठा. प्रतिमा स्थापित करने के बाद नवग्रहण पूजा कराया गया. कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज ही के दिन भगवान शिव ने हाथी का शीश लगाकर गणेश जी को पुनर्जीवित किए थे. कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि विश्वविद्यालय में गणपति बप्पा के आगमन पर विद्यार्थियों के बीच एकता, पर्यावरण चेतना, ज्ञान व बुद्धि के महत्व पर जोर दिया गया. उन्होंने बताया कि 14 सितंबर को प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा.राजभाषा सप्ताह की शुरुआत :
साथ ही शनिवार को हिंदी दिवस को लेकर राजभाषा सप्ताह की शुरुआत की गयी. इस सप्ताह का आयोजन राष्ट्रीय भाषा हिंदी को प्रोत्साहन देने और इसके महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से किया जा रहा है. उदघाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने किया. उन्होंने कहा कि हिंदी हमारे देश की संस्कृति और साहित्य की धरोहर है. इसमें विभिन्न प्रतियोगिता, कार्यशाला, संगोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजित की जायेगी. मौके पर मुस्कान कुमारी, रौशनी कुमारी, पल्लवी कुमारी, स्नेहा सिंह, हेरा फातिमा, डोली कुमारी, प्रियंका कुमारी, पूजा कुमारी, पम्मी कुमारी, सचिन यादव, विशाल कुमार, सन्नी यादव, महेश कुमार समेत अन्य शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है