जेपी केंद्रीय कारा में बंद गैंगस्टर विकास तिवारी से पलामू पुलिस ने की पूछताछ
पांच जनवरी को भरत सिंह और दीपक साव की हत्या कर दी गयी थी
पांच जनवरी को भरत सिंह और दीपक साव की हत्या कर दी गयी थी हजारीबाग. पलामू जिला में हुए गैंग वार को लेकर हजारीबाग जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में सजा काट रहे गैंगस्टर विकास तिवारी से पलामू पुलिस ने घंटों पूछताछ की. पलामू पुलिस ने गैंस्टर विकास तिवारी से पलामू में भरत सिंह उर्फ भरत पांडेय और दीपक साव उर्फ ढल्ला की हत्या से संबंधित जानकारी ली. पलामू पुलिस को संदेह है कि जेपी केंद्रीय कारा से भरत सिंह और दीपक साव की हत्या करने की योजना पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी ने बनायी होगी. पलामू पुलिस की पूछताछ में विकास तिवारी ने क्या बताया है, इसे गुप्त रखा गया है. भरत सिंह और दीपक साव की हत्या करने के आरोप में पलामू की एसआईटी टीम ने रामगढ़ से निशि पांडेय और भाई निशांत को गिरफ्तार किया है. भरत सिंह और दीपक साव की हत्या के बाद पलामू एसपी ने एसआईटी टीम गठित की है. इसका नेतृत्व एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद कर रहे हैं. बता दें की पांच जनवरी की रात 12.15 बजे भरत सिंह उर्फ भरत पांडेय और दीपक साव की चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. कौन है विकास तिवारी- पांडेय गिरोह के भोला पांडेय और किशोर पांडेय की हत्या होने के बाद इस गिरोह का कमान विकास तिवारी के हाथ में था. गैंगस्टर विकास तिवारी ने दो जून 2015 को व्यवहार न्यायालय हजारीबाग में पेशी देने आये श्रीवास्तव गिरोह के सरगना सुशील श्रीवास्तव की गोली मरवा कर हत्या कर दिया था. इस मामले में 18 जुलाई 2022 को उच्च न्यायालय ने विकास तिवारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. विकास तिवारी 2022 से हजारीबाग जेपी केंद्रीय कारा में सजा काट रहा है.
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