पेलोडर ने दो को मारा धक्का, एक गंभीर
जामा मस्जिद भुरकुंडा के समीप मेन रोड पर शनिवार की रात करीब 8.30 बजे पे लोडर (जेएच05डब्ल्यू-2051) ने लोगों को चपेट में ले लिया. घटना में स्थानीय हाजी हक टेलर के संचालक इनाम मास्टर व हॉस्पिटल कॉलोनी निवासी मुर्तुजा अंसारी घायल हो गये. दोनों को रिम्स रेफर किया गया है.
दोनों को रिम्स रेफर किया गया है
भुरकुंडा : जामा मस्जिद भुरकुंडा के समीप मेन रोड पर शनिवार की रात करीब 8.30 बजे पे लोडर (जेएच05डब्ल्यू-2051) ने लोगों को चपेट में ले लिया. घटना में स्थानीय हाजी हक टेलर के संचालक इनाम मास्टर व हॉस्पिटल कॉलोनी निवासी मुर्तुजा अंसारी घायल हो गये. दोनों को रिम्स रेफर किया गया है.
बताया जाता है कि उक्त पे लोडर ने पहले एक गैराज के बाहर खड़े एक वैन को धक्का मारा. इसके बाद इनाम मास्टर व मुर्तुजा को भी चपेट में ले लिया. घटना के बाद पे लोडर चालक पे लोडर खड़ा कर फरार हो गया. लोगों का कहना था कि पे लोडर चालक नशे में था. इधर, इनाम मास्टर की स्थिति काफी गंभीर बतायी जा रही है. जबकि मुर्तुजा के पैर में गंभीर चोट लगी है. घटना स्थल पर भुरकुंडा पुलिस मौजूद थी.
प्रतिमा तोड़ने के मामले में दो को जेल
कुजू : पैंकी बाइपास फोरलेन सड़क के किनारे लगी भगवान बिरसा मुंडा व बुढ़ाखाप में लगी स्व जगदेव महतो की प्रतिमा तोड़ने के मामले में कुजू पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने गिरफ्तार अर्जुन भुइयां उर्फ भुटका भुइयां व गोविंद भुइयां उर्फ पुतरी (निवासी पैंकी भुइयां टोला) के खिलाफ मामला दर्ज कर रामगढ़ जेल भेज दिया. उल्लेखनीय हो कि असामाजिक तत्वों ने गुरुवार की रात भगवान बिरसा मुंडा व स्व जगदेव महतो की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था. स्थानीय ग्रामीणों ने बाइपास सड़क को करीब डेढ़ घंटे के लिए जाम कर दिया था. प्रशासन ने कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन दिया. इसके बाद जाम हटा लिया गया.
मजदूरों ने कांटा का काम रोका
केदला : सीसीएल की झारखंड उत्खनन परियोजना में चल रहे लोकल सेल में कार्यरत 35 माइनिंग मजदूरों काे पंद्रह माह से मजदूरी नहीं मिली है. मजदूरी को लेकर मजदूरों ने लोकल सेल का कांटा बंद कर दिया. बंद के कारण परियोजना में ट्रकों की कतार लगी गयी. मौके पर आंदोलनकारियों ने कहा कि इचाकडीह के ग्रामीणों की जमीन परियोजना में ली गयी है. इससे गांव के युवक बेरोजगार हैं. निगरानी कमेटी ने मजदूरों का पैसा देना बंद कर दिया है. खबर लिखे जाने तक आंदोलनकारियों के साथ निगरानी कमेटी के साथ कोई वार्ता नहीं हुई थी. आंदोलन में शंकर रजवार, मनोज रजवार, विनोद प्रसाद केशरी, सुनील करमाली, दीपक रजवार, प्रभु रजवार, राजा, राजेंद्र, विकास केशरी, राज कुमा रजवार शामिल थे.