ऑनलाइन बिल्ली खरीदने के नाम पर महिला से 1500 की ठगी
जिले के लोग प्रतिदिन साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. कुछ लोग ऑनलाइन मार्केटिंग, तो कुछ लोग सरकारी योजना का लाभ लेने के फेर में ठगे जा रहे हैं.
साइबर ठगी पर अंकुश नहीं, रोज हो रहे हैं साइबर ठगी के शिकार
हजारीबाग.
जिले के लोग प्रतिदिन साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. कुछ लोग ऑनलाइन मार्केटिंग, तो कुछ लोग सरकारी योजना का लाभ लेने के फेर में ठगे जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला साइबर थाना में गुरुवार को पहुंचा. बिल्ली खरीदने के लिए एक महिला ने इंस्ट्राग्राम पर ऑनलाइन ऑर्डर किया. इसमें महिला से पहले 500 रुपये फोन-पे करने को बोला गया. महिला ने फोन-पे कर दी. महिला से कहा गया कि दस मिनट में आपके घर बिल्ली लेकर आ रहा हूं. इसके पहले एक हजार रुपया भेज दें. बिल्ली की चाहत में महिला ने एक हजार रुपये ऑनलाइन भुगतान कर दी. इसके बाद महिला को अहसास हुआ कि मैं साइबर ठगी का शिकार हो रही हूं. महिला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के लालपुर चौक की रहनेवाली है. महिला ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है.सेवानिवृत्त डीएसपी से 2500 की ठगी :
एसबीआई का योनो ऐप फास्ट काम करने की बात कहकर एक रिटायर्ड डीएसपी से 2500 रुपये का साइबर फ्रॉड हो गया. रिटायर्ड डीएसपी के मोबाइल पर एक कॉल आया. इसमें कहा गया कि आपका योनो ऐप तेजी के काम करेगा. डीएसपी से कहा गया कि इसके लिए 2500 रुपये ऑनलाइन भेज दें. डीएसपी ने तत्काल 2500 रुपये का भुगतान ऑनलाइन कर दिया. बाद में साइबर ठगों ने और रुपये की मांग की. तब डीएसपी को ठगी होने का एहसास हुआ. डीएसपी ने इस संबंध में साइबर थाना को आवेदन दिया है.1930 नंबर पर साइबर फ्रॉड दें जानकारी :
हजारीबाग शहर में आये दिन साइबर फ्रॉड हो रहे हैं. ऐसे में भुक्तभोगी तुरंत 1930 नंबर पर कॉल कर जानकारी दें. जानकारी शेयर करने पर पुलिस साइबर ठग को दबोच लेगा. साइबर थाना इंस्पेक्टर जगलाल मुंडा ने कहा कि साइबर अपराध की जानकारी साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन में शिकायत दर्ज करायें. पुलिस इसपर त्वरित कार्रवाई करेगी.साइबर ठगी से बचने का उपाय :
साइबर ठगी से बचने का सहज उपाय है. लोग सावधान और सतर्क रहें. ठगी नहीं होगी. साइबर थाना इंस्पेक्टर ने बताया कि अनजान कॉल नहीं उठायें और अनजान लिंक को टच नहीं करें. उन्होंने कहा कि योजना का लाभ उठाने की लालच में लोग अनजान कॉल को उठाकर बात करते हैं. ऑनलाइन भेजे गये फॉर्मेट में अपनी डिटेल दे देते हैं. ऐसे में लोग साइबर ठगी का शिकार बन जाते हैं. साइबर थाना में इस तरह के चार मामले दर्ज किये गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है