पीएम मोदी हजारीबाग में बोले, जनजातीय संस्कृति को संजोनेवाले झारखंड से मेरा और बीजेपी का विशेष रिश्ता
पीएम नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग के मटवारी मैदान में बीजेपी की परिवर्तन महासभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि झारखंड ने जनजातीय संस्कृति को संजोया है. इस राज्य से उनका और बीजेपी का खास रिश्ता बन गया है. झारखंड उन्हें बार-बार बुलाता है और वे दौड़े चले आते हैं.
हजारीबाग: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि झारखंड की धरती ने जनजातीय संस्कृति को संजोया है. इसने भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरणा को संजोया है. गांधी जयंती के अवसर पर उन्हें यहां आने का सौभाग्य मिला है. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1925 में महात्मा गांधी हजारीबाग आए थे. बापू के विचार, बापू की शिक्षाएं हमारे संकल्पों का हिस्सा हैं. गांधी जंयती पर उन्हें नमन. झारखंड के साथ बीजेपी और उनका एक विशेष रिश्ता बन गया है. ये रिश्ता दिल का रिश्ता है. साझे सपनों का रिश्ता है. इसलिए झारखंड उन्हें बार-बार बुलाता है और वे बार-बार दौड़े चले आते हैं. पीएम मोदी हजारीबाग के मटवारी मैदान में बीजेपी की परिवर्तन महासभा को संबोधित कर रहे थे.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने एक परिवार को पहचान दिलाने के लिए देश के कोने-कोने में बसे आदिवासी परिवारों की पहचान मिटा दी. आजादी की लड़ाई में इतना बड़ा योगदान देने वाले आदिवासी समाज को कांग्रेस ने कभी महत्व नहीं दिया. सारी योजनाएं एक ही परिवार के बेटे-बेटी के नाम पर सारी सड़कें, सारी इमारतें एक ही परिवार के बेटे-बेटी के नाम पर कर दिया. ऐसी परिवारवादी सोच ने देश को बहुत नुकसान किया.
आदिवासी नायकों को पूरा सम्मान दे रही है बीजेपी
पीएम मोदी ने कहा कि आज उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार आदिवासी नायकों को पूरा सम्मान दिला रही है. ये भाजपा है, जिसने आदिवासी म्यूजियम बनाने का अभियान शुरू किया है. रांची में भगवान बिरसा मुंडा को समर्पित म्यूजियम बना है. भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की गयी है.
झारखंड में आज से परिवर्तन की हो गयी शुरुआत
पीएम मोदी ने कहा कि आज से झारखंड में परिवर्तन की शुरुआत हो गयी है. झारखंड के विकास के लिए, हर गरीब को घर मिले, इसके लिए परिवर्तन की शुरुआत हो गयी है. हर घर को जल का कनेक्शन, भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए, जल, जंगल, जमीन की हिफाजत के लिए, बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए और आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए बदलाव शुरू हो गया है.