बड़कागांव के शिवाडीह- महूदी रोड की महज 6 माह में खुली गुणवत्ता की पोल
Jharkhand news, Hazaribag news : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव के शिवाडीह-महूदी रोड के निर्माण की पोल 6 महीने में ही खुल गयी है. 6 महीने पहले बन कर तैयार हुई शिवाडीह- महूदी सड़क इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो गयी. इससे राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बरसो पानी पर्यटक स्थल और हेंदेगीर रेलवे स्टेशन जाने के लिए लोगों को इसी रास्ते का उपयोग करना पड़ता है. शुरुआत से ही घटिया सामग्री एवं अनियमितता को लेकर बार-बार शिकायतें की गयी थी. इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ. इसके परिणामस्वरूप सड़क निर्माण के 6 माह में ही यह जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गयी.
Jharkhand news, Hazaribag news : बड़कागांव (संजय सागर) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव के शिवाडीह-महूदी रोड के निर्माण की पोल 6 महीने में ही खुल गयी है. 6 महीने पहले बन कर तैयार हुई शिवाडीह- महूदी सड़क इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो गयी. इससे राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बरसो पानी पर्यटक स्थल और हेंदेगीर रेलवे स्टेशन जाने के लिए लोगों को इसी रास्ते का उपयोग करना पड़ता है. शुरुआत से ही घटिया सामग्री एवं अनियमितता को लेकर बार-बार शिकायतें की गयी थी. इसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ. इसके परिणामस्वरूप सड़क निर्माण के 6 माह में ही यह जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गयी.
क्या है मामला
विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड के शिवाडीह-महूदी पथ का निर्माण कार्य ग्रामीण विकास विभाग से बीते दिसंबर 2019 में जनसेवा कंस्ट्रक्शन द्वारा लगभग 2 करोड़ की लागत से पूरा किया गया. इसमें शुरू से ही घटिया सामग्री का प्रयोग एवं अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों ने की थी .
क्या है समस्या
ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदक द्वारा उक्त सड़क का निर्माण कार्य अनियमित एवं घटिया सामग्रियों का प्रयोग करने का ही परिणाम है कि कुछ ही समय में यह सड़क जर्जर अवस्था में आ गयी. सड़क निर्माण कार्य में जीएसबी ग्रेड 3 की मोटाई 150 एमएम, ग्रेड 2 की मोटाई 75 एमएम, ग्रेड 1 की मोटाई 75 एमएम, यूएसजी की मोटाई 50 एमएम एवं प्री मिक्सिंग कोर्ट 20 एमएम एवं पीसीसी पथ में जीएसबी की मोटाई 150 एमएम तथा पीसीसी ढलाई की मोटाई 200 एमएम करना था, जो संवेदक द्वारा कहीं भी खरा नहीं दिखता. इसके अलावा सड़क के दोनों किनारे फ्लैक मिट्टी लेबलिंग का कार्य भी सही ढंग से नहीं हुआ है.
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कहां से कहां तक जाती है सड़क
बड़कागांव, केरेडारी प्रखंड के तमाम पंचायतों के सैकड़ों गांव को शिवाडीह, सोनपुरा, महुदी, पलांडू, कुंदरू, चेलंदाग, झिकझोर, बरसो पानी होते हुए हेंदेगीर रेलवे स्टेशन एवं रांची जिला अंतर्गत बुंडू प्रखंड के दर्जनों गांव से होकर राज्य की राजधानी रांची पहुंची है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में ग्रामीण सत बहिया निवासी बिरसा बिरहोर, खाडू बिरहोर, राजेंद्र प्रसाद एवं अशोक प्रजापति ने बताया कि संवेदक द्वारा शुरू से ही उक्त सड़क में घटिया सामग्री और बहुत कम मात्रा का प्रयोग किया गया है. इसकी शिकायत प्रखंड स्तर से लेकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से की गयी, लेकिन कहीं से कोई सहयोग नहीं मिला. इसके परिणामस्वरूप महज कुछ महीनों में ही सड़क में गड्ढे हो गये तथा पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं, आज भी कई कार्य अधूरे हैं. इसे देखने वाला कोई नहीं है. खराब सड़क के कारण एंबुलेंस चालक भी आने से कतराते हैं.
क्या कहते हैं जेई
जेई ओम प्रकाश गुप्ता ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने संवेदक को जर्जर सड़क को जल्द मरम्मत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि संवेदक द्वारा जब तक उक्त कार्य की मरम्मत नहीं की जायेगी और बाकी कार्यों को पूर्ण नहीं किया जायेगा तब तक भुगतान नहीं की जायेगी .
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क्या कहते हैं बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने कहा कि उक्त सड़क की जर्जर स्थित की सूचना मिली है. जेई से बात कर उसे ठीक करवाया जायेगा. साथ ही अधूरे कार्यों को भी जल्द पूरा कराया जायेगा. इसके अलावा सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने पर संवेदक पर उचित कार्रवाई भी की जायेगी.
Posted By : Samir Ranjan.