प्रो रमेश शरण के दिखाये मार्ग पर चलने की जरूरत : कुलपति
प्रो रमेश शरण एक विद्वान व्यक्ति थे. विश्वविद्यालय में शोध के क्षेत्र में जो काम उन्होंने किये थे उसको आगे बढ़ायें.
हजारीबाग.
प्रो रमेश शरण एक विद्वान व्यक्ति थे. विश्वविद्यालय में शोध के क्षेत्र में जो काम उन्होंने किये थे उसको आगे बढ़ायें. उक्त बातें विभावि के कुलपति सुमन कैथरीन किसपोट्टा ने बुधवार को आर्यभट्ट सभागार में आयोजित शोकसभा में कहीं. कुलपति ने कहा कि अभी हाल ही में विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर रमेश शरण को लोकपाल पद पर नियुक्त किया था. वित्त परामर्शी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि प्रो शरण आमजन के बारे में सोचने वाले व्यक्ति थे. छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि वह एक बहु आयामी व्यक्ति थे. जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रोफेसर शरण एक बहुत ही संवेदनशील व्यक्ति थे. भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह ने कहा कि प्रोर शरण को झारखंड की बहुत गहरी समझ थी.इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ विकास कुमार, केंद्रीय पुस्तकालय के निदेशक डॉ विनोद रंजन, सीएनडी विभाग के निदेशक डॉ मनोज कुमार, उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ अंबर खातून, यूसेट के शिक्षक डॉ अरुण कुमार मिश्रा, शिक्षा शास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ विनीता बनकीरा कहा कि उन्हें एक दूरदर्शी व्यक्ति के रूप में याद किया. विजय कुमार ने पूर्व कुलपति को एक परोपकारी व्यक्ति के रूप में याद किया. कुलसचिव डॉ मो मोख्तार आलम ने शोक संदेश का पाठ किया. आर्यभट्ट सभागार में आयोजित शोकसभा में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर उपस्थित हुए. सभी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पण किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है