प्रतिनिधि, हजारीबाग
क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक (आरजेडीई) ने तीन लिपिक की प्रतिनियोजन किया. तीन दिनों बाद एक लिपिक का प्रतिनियोजन रद्द किया गया. कर्मचारियों में चर्चा है प्रतिनियोजन के नाम पर पैसे का खेल है. मुजीबउद्दीन दो महीने बाद 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होंगे. उसे क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक ने 25 जून को तीन महीने के लिए प्रतिनियोजन किया. तीन दिनों बाद 29 जून को प्रतिनियोजन रद्द किया है.क्या है मामला :
सदर क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत मुजीबउद्दीन का प्रतिनियोजन 25 जून को जिला शिक्षा अधीक्षक सह अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय कोडरमा किया गया. इनके साथ तीन और लिपिक विनोद कुमार (क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय चास बोकारो), एजाज शहमा (अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय धनबाद) व परीक्षित साहू (क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय कोडरमा) का प्रतिनियोजन उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के अलग-अलग शिक्षण कार्यालयों में हुआ. तीन दिनों बाद 29 जून को मुजीबउद्दीन का प्रतीनियोजन यह कहते हुए रद्द किया गया कि वह 30 सितंबर 2024 को सेवानिवृत्त होंगे.आरजेडीइ को पत्र, लिपिक की मांग :
जिला शिक्षा अधीक्षक संतोष गुप्ता ने क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक को पत्र देकर कार्यालय में लिपिक की मांग की है. पत्र में डीएसइ ने कहा 26 के विरुद्ध 23 लिपिक कार्यरत थे. युक्तिकरण के बाद नौ स्वीकृत पद में मात्र सात लिपिक है. इसमें एक सेवानिवृत्त हो गये. एक लिपिक संजीव कुमार का प्रतिनियोजन लंबे समय से हजारीबाग के बीएड कॉलेज में है. संजीव कुमार का प्रतिनियोजन आरजेडीई कार्यालय से किया गया है. डीएसइ ने संजीव कुमार का प्रतिनियोजन रद्द करने को लेकर आरजेडीई को इस वर्ष जनवरी से अब-तक छह महीने में तीन बार पत्र लिखा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है