छह राज्यों से आये आदिवासी प्रतिनिधि, पीएम को भेंट करेंगे वन उत्पाद

जनजाति उन्नत ग्राम अभियान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश भर के चुनिंदा आदिवासी गांव के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 1, 2024 8:20 PM
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हजारीबाग.

जनजाति उन्नत ग्राम अभियान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश भर के चुनिंदा आदिवासी गांव के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इसमें मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के आदिवासी शामिल हैं. सभी अपने क्षेत्र के वन उत्पाद प्रधानमंत्री को भेंट करेंगे. इसमें ढेंकी से कुटा हुआ चावल, महुआ के लड्डू, कोडी के तेल सहित अन्य उत्पाद शामिल है. सभी जनजाति प्रतिनिधि इस कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साहित हैं. जिला प्रशासन अतिथियों को वीआइपी श्रेणी में रखा है. इसमें मध्य प्रदेश शिवपुर के विद्या आदिवासी, ललिता आदिवासी, झारखंड गुमला के मगधाली बिरहोर, छत्तीसगढ़ जसपुर के मान कुमारी बाली, राजस्थान ब्रान के अंगुरी बाई, आंध्र प्रदेश के स्वाबी गंगा, महाराष्ट्र नासिक के गोकुल ब्रभनाम के नाम शामिल है.

जनजाति कार्य मंत्रालय के मंत्री ने की बैठक :

जनजातीय कार्य मंत्रालय के मंत्री जेएल उरांव ने विभिन्न प्रदेशों से आये जनजाति प्रतिनिधियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की. बैठक में अतिथि आदिवासी प्रतिनिधियों ने आग्रह किया कि हमारे जनजाति समूह द्वारा बनाये गये उत्पादों को प्रधानमंत्री तक पहुंचा दें. मंत्री ने आश्वासन दिया कि आपलोगों के वन उत्पाद को प्रधानमंत्री तक पहुंचा दिया जायेगा.

आदिवासियों ने बतायी अपनी गांवों की सक्सेस स्टोरी :

राजस्थान से आयी अंगुरी बाई ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के बाद उनकी जिंदगी बदल गयी. सभी जनजाति परिवारों को बिजली, सड़क, आंगनबाड़ी केंद्र समेत अन्य सुविधाएं मिल गयी है. हमारे गांव में चार फसलें होती हैं. बंधन भवन मिलने के बाद हमलोगों द्वारा फूड प्रोसेसिंग के लिए ट्रेनिंग दी गयी. अब गांव की आदिवासी महिलाएं आटा, दलिया, सरसों के तेल, चावल की पैकेटिंग कर बाजार में बेचती हैं.

जड़ी-बूटी बेचकर आर्थिक मजबूती आयी :

मध्य प्रदेश शिवपुरी से बुढुवा आदर्श ग्राम से आयी महिला विद्या आदिवासी ने बताया कि प्रधानमंत्री जन मन योजना लागू होने से सभी लोगों को पक्का मकान, घरों तक जल नल योजना पहुंच गयी है. सभी परिवारों को आयुष्मान कार्ड मिला है. गांव में जड़ी-बूटी केंद्र बना है. इस जड़ी बूटियों को शहर में बेचकर अपना जीवन स्तर बेहतर कर रहे हैं. इसी तरह गुमला से आयी मगधली बिरहोर ने भी अपनी सफलता की कहानी जनजातीय मंत्री जुअल ओराम से की है.

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