केरेडारी में दुर्घटना के विरोध में 24 घंटे से जाम है सड़क
मृतक के परिजन को अब तक नही मिला मुआवजा
केरेडारी. केरेडारी थाना क्षेत्र के मसुरिया नदी के पास 19 नवंबर की देर शाम सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गयी थी. उसकी पहचान 35 वर्षीय पुत्र प्रमोद रजक के रूप में की गयी, जो पुरनी पेटो गांव निवासी गुडन रजक का पुत्र था. सूचना मिलते ही मृतक के परिजन व ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर शाम सात बजे शव के साथ सड़क पर उतर आये. उन्होंने डमहबागी स्थित फोरलेन के समीप सड़क जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी. परिजनों ने बताया कि जय मां अंबे कंपनी का हाइवा (सीजी 13ए05-0487) की चपेट में आने से प्रमोद की मौत हुई है. वह दो साल से एनटीपीसी टंडवा में मजदूरी करता था. देर शाम काम कर बाइक से घर लौट रहा था, इसी क्रम में घटना हुई. घटना व जाम की सूचना मिलने पर केरेडारी सीओ राम रतन वर्णवाल, थाना प्रभारी अजीत कुमार दल बल के साथ पहुंचे एवं ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. सूचना पर पूर्व विधायक निर्मला देवी, पूर्व मुखिया राजकिशोर यादव, अशेश्वर यादव, उपेंद्र रजक, नारायण यादव समेत अन्य लोग केरेडारी थाना पहुंचे. जय मां अंबे, ओसेल एवं पीएनएम के ट्रांसपोर्टर मोहन गुप्ता एवं अन्य ट्रांसपोर्टर भी थाना पहुंचे. परिजन कंपनी से 20 लाख रुपये की मुआवजा की मांग पर अड़े रहे. कंपनी के लोग छह लाख देने की बात कर रहे थे. बात नहीं बनी और समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम नहीं हटाया जा सका था.
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