बरही. प्रखंड के रसोइया धमना छोटकी बरही गांव होरहे में श्री श्री 1008 श्रीमद् शिव हनुमत लला वार्षिक महोत्सव महायज्ञ का प्रवचन कार्यक्रम हुआ. अयोध्या धाम से आयी राष्ट्रीय कथा वाचिका ज्योति शास्त्री ने प्रभु श्रीराम व भगवान शिव के विवाह प्रसंग पर प्रवचन करते हुए सामाजिक संदेश दिया. कहा कि श्री राम का विवाह राजसी संपन्नता व शिव का विवाह सादगी का प्रतीक है. श्रीराम राजा दशरथ के पुत्र व राजकुमार थे. इसलिए उनका विवाह आयोजन भव्य हुआ. पुत्र के विवाह के लिए राजा दशरथ को कर्ज नहीं लेना पड़ा था. आज कल के आम सनातनी कर्ज लेकर विवाह में भव्यता का दिखावा करते है. यह राम के आदर्शों पर चलना नहीं है. बेहतर तरीका तो यही है कि अपने पुत्र पुत्रियों का विवाह शिव पार्वती की तरह सादगी से संपन्न करें. दिखावा नहीं करें. समाज का कोई धनाढ्य व्यक्ति शादी विवाह में दिखावा के लिए पानी की तरह पैसा बहाता है तो उसका अनुसरण नहीं करें. मौके पर रामनारायण साहू, बासुदेव साहू, ग्राम अध्यक्ष राजदेव गुप्ता, पूजा समिति की अध्यक्ष विकास साहू, रामप्रसाद साहू, भिखारी साहू, अर्जुन साहू, कैलाश साहू, रामावतार साहू, विशेश्वर साहू, बुधन साहू, रामखेलावन साहू, सुखदेव साहू, शिक्षक बीरेंद्र साहू, बिरजू साहू, मिथलेश साहू, इंद्रदेव साहू, श्यामदेव साहू, पुरनदेव साहू, सत्येंद्र कुमार, महेंद्र साहू, सुखदेव साहू, रोहित साहू, डेगलाल साहू, उपेंद्र साहू, चौरंगी कुमार, विजय साहू, बीरबल साहू, सिकंदर कुमार, दीपक कुमार, संतोष कुमार, पवन कुमार, शशि कुमार, नौरंगी कुमार, मुकेश कुमार, कृष्ण कुमार, सोनू कुमार, मंटू कुमार मौजूद थे.
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