हजारीबाग के पांच प्रखंडों में बनेंगी सात नयी सड़कें, 10 करोड़ होंगे खर्च
देश सहित राज्य में कोरोना के कारण आयी आपदा के बाद कई विभागों में विकास कार्य की गति धीमी हो गयी थी. अब नयी योजनाओं को गति मिली है.
देश सहित राज्य में कोरोना के कारण आयी आपदा के बाद कई विभागों में विकास कार्य की गति धीमी हो गयी थी. अब नयी योजनाओं को गति मिली है. वित्तीय वर्ष समाप्ति पर है. लंबित विकास कार्यों को समय पर पूरा करने एवं नयी योजनाएं चालू करने पर बल दिया गया है. इंद्रपुरी चौक स्थित ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल से कटकमदाग, बड़कागांव, कटकमसांडी, चौपारण एवं बरही पांच प्रखंडों में छह नये पथ (सड़क) का निर्माण होगा.
टेंडर के बाद संवेदको को कार्य आवंटित हुआ है. कटकमदाग एवं कटकमसांडी में दो-दो, चौपारण, बरही एवं बड़कागांव में एक-एक पथ का निर्माण होगा. नयी सड़कें बनने के बाद कई ग्रामीण इलाके को वर्षों बाद मुख्यालय से जुड़ने में मदद मिलेगी. सभी सड़कों का निर्माण राज्य संपोषित योजना की राशि से होगा.
इन सड़कों को होगा निर्माण :
नगर निगम से सटे कटकमदाग प्रखंड में शामिल कस्तूरीखाप बस्ती से उलांज तक 1.800 किमी कालीकरण पथ का निर्माण होगा. इस पर 1,12,31,010 करोड़ खर्च किया जायेगा. कटकमसांडी प्रखंड के गरबा आरइओ रोड से रेलवे पुल तक 1.750 किमी कालीकरण पथ का निर्माण होगा. इस पर 1,01,24,794 करोड़ खर्च किया जायेगा.
दोनों कार्य सिद्धार्थ शंकर राय (कस्तूरीखाप) एजेंसी को आवंटित हुआ है. कटकमदाग प्रखंड बेस पंचायत मरहंद से बेस तक 2.380 किमी कालीकरण पथ का निर्माण कार्य किया जायेगा. इस पर 1,37,09,254 करोड़ खर्च होगा. यह कार्य अनिता भारती (शिवदयाल नगर) को आवंटित हुआ है. कटकमसांडी के मनार भाया दूधमटिया तक 5.50 किमी पथ का सुंदरीकरण होगा.
यह कार्य जय मां वैष्णो देवी कंस्ट्रक्शन (पगमिल रोड) को आवंटित हुआ है. बड़कागांव प्रखंड के लंगातू भाया इसरो तक 4.300 किमी कालीकरण सड़क का निर्माण होगा. इस पर 1,23,31,251 करोड़ खर्च किया जायेगा. इस कार्य को मां अंबे ट्रेडर्स (अंबाजीत-बड़कागांव) को आवंटित किया गया है. बरही के विजैया से खुटराटांड़ तक 2.230 किमी कालीकरण पथ बनेगा. इस पर 1,37,20,881 करोड़ खर्च किया जायेगा. चौपारण प्रखंड के एक ग्रामीण इलाके में 1.50 किमी नयी सड़क के निर्माण पर 1,50,35,341 करोड़ खर्च होंगे.
सभी सड़कें गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए विभाग कटिबद्ध है. संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया गया है. संवेदकों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है. लगातार संवेदकों के साथ बैठक कर फीडबैक लिया गया है.
विजय कुमार कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल (आरइओ), हजारीबाग.