हजारीबाग : हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव पहुंचाने के लिए दो वाहन उपलब्ध हैं. वर्तमान में एक वाहन का इस्तेमाल हो रहा है. गाइडलाइन के मुताबिक 10 किमी के अंदर शव पहुंचाने के लिए 300 रुपये एवं इसे अधिक दूरी तक शव ले जाने का किराया 10 रुपये प्रति किमी निर्धारित है, लेकिन कोरोना महामारी के मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन ने शव पहुंचाने की फिलहाल नि:शुल्क व्यवस्था की है, ताकि सुदूरवर्ती इलाके में रहनेवाले लोगों को लाभ मिल सके. अस्पताल में इलाज के दौरान मौत के बाद शव घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी ली जाती है.
बिरहोर, लाल कार्डघारी व गरीबों के लिए यह व्यवस्था है. जनवरी 2020 से अब तक एक दर्जन लोगों को इस व्यवस्था का लाभ मिला है. मई 2020 में विष्णुगढ़ के दो शवों को नि:शुल्क उनके घरों तक पहुंचाया गया है. इसके अलावा बरकट्ठा, चलकुशा, चौपारण, बड़कागांव व अन्य प्रखंड के गांवों में शवों को पहुंचाया जा चुका है.
गाइडलाइन का होगा अनुपालन:सदर अस्पताल के डीएस डॉ एके सिंह ने बताया कि शव पहुंचाने के लिए सरकार को गाइडलाइन दिया गया है. कोरोना वायरस को लेकर फिलहाल सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा है. डॉ सिंह ने बताया कि शव पहुंचाने के लिए एक वाहन का इस्तेमाल हो रहा है. दूसरा एंबुलेंस नया है. इसका परिचालन भी जल्द शुरू होगा.
क्या है सरकार की गाइडलाइन: शव पहुंचाने के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. इसके मुताबिक 10 किमी के अंदर शव ले जाने के लिए परिजनों को 300 रुपये का भुगतान करना है. 10 किमी से अधिक दूरी तक शव को पहुंचाने के लिए प्रति किमी 10 रुपये के हिसाब से एंबुलेस का किराया निर्धारित है, लेकिन कोरोना महामारी के मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन की ओर से नि:शुल्क शव पहुंचाने की व्यवस्था है.
Posted by : Pritish Sahay