Loading election data...

इंदिरा गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित हो रहे छात्र, अभिभावक परेशान

Jharkhand news, Hazaribagh news : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) के काल में जहां एक ओर पूरे देश में बच्चों के ऑनलाइन पढ़ाई (Online study) करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वहीं हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड का एक ऐसा गांव है, जहां आज भी मोबाइल नेटवर्क सही से काम नहीं करता है. ऐसी स्थिति में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होगी कैसे? इस बात को लेकर अभिभावक काफी परेशान दिख रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2020 5:22 PM

Jharkhand news, Hazaribagh news : बड़कागांव (संजय सागर) : कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) के काल में जहां एक ओर पूरे देश में बच्चों के ऑनलाइन पढ़ाई (Online study) करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वहीं हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड का एक ऐसा गांव है, जहां आज भी मोबाइल नेटवर्क सही से काम नहीं करता है. ऐसी स्थिति में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होगी कैसे ? इस बात को लेकर अभिभावक काफी परेशान दिख रहे हैं.

बड़कागांव प्रखंड मुख्यालय से 20 किमी दूर पहाड़ी तलहटी में बसा गांव है इंदिरा. यह गांव बड़कागांव प्रखंड के नापो कला पंचायत अंतर्गत आता है. इस गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं पकड़ने के कारण विकास के कार्य में बाधा पहुंच रही है. ग्रामीण आवश्यक बातें नहीं कर पाते हैं. ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों के लिए बाधित हो रही है.

इस संबंध में कांग्रेस नेता दीपक करमाली ने बताया कि यहां प्राथमिक विद्यालय है. करीब डेढ़ सौ बच्चे पढ़ते हैं. 2 शिक्षक हैं. कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर यहां मार्च से लेकर अब तक स्कूल बंद है, लेकिन बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं हो पा रही है. अधिकांश बच्चों के अभिभावकों के पास भी स्मार्ट मोबाइल फोन नहीं है. ऐसी परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.

Also Read: 3 युवकों की गुंडागर्दी सीसीटीवी में कैद, दुकान में घुसकर मां, बेटे और चाची के साथ किया मारपीट

दीपक करमाली ने बताया कि जब गांव वालों को आवश्यक काम के लिए फोन से बात करना होता है, तो 2 किलोमीटर दूर ऊंचाई वाले स्थल इंदिरा मोड़ के पास जाना पड़ता है. तब जाकर किसी से बात हो पाती है. वह भी नेटवर्क छोड़-छोड़ कर पकड़ता है.

ऑनलाइन पढ़ाई के संबंध में शिक्षकों से संपर्क नहीं होने के कारण सीआरपी खेदन साव ने बताया कि शिक्षकों द्वारा उच्च स्थान में जाकर फोन से बात करने का प्रयास किया जाता है. कुछ अभिभावक के पास मोबाइल है, तो अभिभावक भी ऊंचाई स्थान में जाकर संपर्क करते हैं. तब वे अपने बच्चों को गाइड करते हैं. इंदिरा गांव के ग्रामीणों ने हेमंत सरकार समेत जिला प्रशासन से क्षेत्र में मोबाइल टावर स्थापित करने की मांग की है.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version