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हजारीबाग में बच्चे और गर्भवती महिलाओं का पूरक पोषक आहार पिछले तीन साल से है बंद, 40615 महिलाओं का सेहत प्रभावित

हजारीबाग जिले में 2011 जनगणना के अनुसार तीन लाख 8431 बीपीएल परिवार रहते हैं. पूरक पोषक आहार बंद होने से जिले भर के छह माह से तीन साल के 94 हजार 99 बच्चे और 40615 महिलाओं का सेहत प्रभावित हो रहा है. रेडी-टू-इट फूड फॉर पोषक आहार बांटने को लेकर राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2021 2:19 PM

हजारीबाग : जिले में छह माह से तीन साल तक के बच्चों, गर्भवती व शिशु महिलाओं का पूरक पोषक आहार पिछले डेढ़ साल से बंद है. यह पोषक आहार आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ता के माध्यम से रेडी टू ईट फूड घर-घर लाभुकों तक पहुंचाया जाता था. आंगनबाड़ी केंद्रों से मिलनेवाला पूरक पोषक आहार बंद होने से बच्चों व गर्भवती और शिशु महिलाओं में कुपोषण का खतरा बढ़ गया है.

हजारीबाग जिले में 2011 जनगणना के अनुसार तीन लाख 8431 बीपीएल परिवार रहते हैं. पूरक पोषक आहार बंद होने से जिले भर के छह माह से तीन साल के 94 हजार 99 बच्चे और 40615 महिलाओं का सेहत प्रभावित हो रहा है. रेडी-टू-इट फूड फॉर पोषक आहार बांटने को लेकर राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुआ है.

समाज कल्याण व बाल विकास विभाग का कहना है कि पूरक पोषक आहार जेएसएलपीएस के माध्यम से बांटा जाना है. जबकि जेएसएलपीएस का कहना है कि सरकार की ओर से कोई नयी गाइडलाइन नहीं मिली है. इस असमंजस में जिले के नौनिहालों का सेहत खराब हो रहा है.

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