सहायक अध्यापक का शव गांव पहुंचा, ज्येष्ठ पुत्र ने दी मुखाग्नि
जोगीडीह गांव निवासी सहायक अध्यापक संजय मिश्रा का शव रविवार को पोस्टमार्टम उपरांत घर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया.
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जोगीडीह गांव निवासी सहायक अध्यापक संजय मिश्रा का शव रविवार को पोस्टमार्टम उपरांत घर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. बच्चों एवं परिजनों के चीत्कार से पूरा गांव दहल उठा. गमगीन माहौल में पैतृक गांव जोगीड़ीह के श्मशान घाट में संजय मिश्रा का पार्थिक शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि पुत्र जयेष्ठ पुत्र नितिन मिश्र ने दी. मालूम हो कि शनिवार शाम को कटकमसांडी थाना क्षेत्र के जैलमा मोड़ के पास विपरीत दिशा से तेज रफ्तार में आ रहा टाटा मैजिक (जेएच 02बीडी-8399) ने जोरदार टक्कर मार दी. घटना में संजय मिश्र के दोनों पैर, दायां हाथ, रीढ़ की हड्डी और दायां कंधा टूट गया था. जबकि उनके पुत्र नैतिक (12) का दायां पैर और दायां हाथ टूट गया. वहीं, पत्नी बबीता देवी को भी अंदरूनी चोटें आई. सांसद मनीष जायसवाल के एंबुलेंस से नि:शुल्क शव को गांव तक पहुंचाया गया.शांत स्वभाव और मृदुभाषी संजय मिश्र मध्य विद्यालय डाढा में बतौर सहायक अध्यापक कार्यरत थे. उनके दो पुत्र और एक पुत्री है.परिवार में वे इकलौता कमाऊ सदस्य थे. उनके आकस्मिक निधन से परिवार के समक्ष घोर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों ने सरकार से 10 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी दिलाने की मांग प्रशासन से की. शव यात्रा में भाजपा नेता बटेश्वर मेहता, सांसद प्रतिनिधि रंजन, धीरज कुमार, जोगेंद्र मिश्र, सुरेन्द्र मिश्र, मिथिलेश मिश्र, आरके मिश्र, सोनू मिश्र समेत सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है