दिव्यांग होने से बचना है तो जरूर खायें फाइलेरिया की दवा : डीडीसी
फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम के मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान की शुरुआत शनिवार को हुई.
जिले में डीडीसी ने की फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम की शुरुआत
हजारीबाग.
फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम के मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान की शुरुआत शनिवार को हुई. प्रारंभ उपविकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने एलबेंडाजोल की खुराक खाकर शुरुआत की. कार्यक्रम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ. उपविकास आयुक्त ने कहा कि इस अभियान में जमीनी स्तर पर काम करनेवाले स्वास्थ्यकर्मी के अंदर जुनून की जरूरत है. यह पोलियाे की तरह चक्र में चलनेवाला अभियान है. एक व्यक्ति के छूटने से अभियान का चक्र टूट जाता है. इसलिए सभी को दवा की खुराक लेनी जरूरी है. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया से लोगों में अपंगता आता है. सिविल सर्जन ने बताया कि विश्व में दूसरा सबसे बड़ा विकलांगता का कारण फाइलेरिया है. इस वर्ष मास, ड्रग, एडमिनिस्ट्रेशन दस से 25 अगस्त तक आयोजित है. इस कार्यक्रम के तहत जिले के सभी व्यक्तियों को फाइलेरिया की दवा दी जानी है. दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं गंभीर रूप से बीमार बच्चों को यह दवा नहीं दी जायेगी. पांच साल से कम उम्र के बच्चों को एभरमेक्टिन टेबलेट नहीं दिया जायेगा. इस कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ विनोद, डॉ एसके कांत, डॉ कपिलमुनी, डॉ राहुल कुमार, संज्ञा सिंह सहित कई चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है