श्रीगणेश, गौरी व शिव-शक्ति संग स्थापित हुए नंदी
ओकनी बड़ा शिव मंदिर में श्रीश्री 1008 श्री शतचंडी महायज्ञ के छठे दिन सोमवार को देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न हुआ.
आज पूर्णाहुति, क्षमा प्रार्थना और होगा महाभंडारा
हजारीबाग.
ओकनी बड़ा शिव मंदिर में श्रीश्री 1008 श्री शतचंडी महायज्ञ के छठे दिन सोमवार को देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न हुआ. वाराणसी के यज्ञाचार्य अभिषेक शास्त्री के नेतृत्व में उपाचार्य पंडित रंधीर व कथावाचक पंडित दिलीप पांडेय ने वैदिक रीति-रिवाज के साथ श्रीगणेश, गौरी व शिव-शक्ति के साथ नंदी को स्थापित किया. इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. जय मां दुर्गे, हर-हर महादेव, जय श्री राम, जय वीर हनुमान के जयकारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया. श्रद्धालुओं ने स्थापित देवी-देवताओं से आशीर्वाद लिया. भगवान को स्थापित करने के बाद महाआरती और महाप्रसाद वितरण किया गया. आस्था, श्रद्धा और भक्तिभाव से मुंडन, यज्ञोपवित और गुरुमुख अनुष्ठान संपन्न हुआ. सात दिवसीय महायज्ञ का समापन 16 जुलाई को पूर्णाहुति, क्षमा प्रार्थना और महाभंडारे के साथ होगा. देर संध्या जय मां अंबे भजन मंडली के कलाकार भक्ति जागरण प्रस्तुत करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है