10 दिनों से हड़ताल पर हैं नगर निगम के सफाई कर्मी
दुर्गंध से शहर के लोग परेशान, मच्छर का प्रकोप बढ़ा
हजारीबाग.
नगर निगम के सफाई कर्मी 10 दिनों से हड़ताल पर हैं. इस वजह से निगम क्षेत्र में साफ-सफाई का काम पूरा तरह से ठप है. शहर की सभी सड़कों, चौक-चौराहों के समीप कचरे का ढेर लगा है. कुछ जगहों की स्थिति ऐसी हो गयी है, जहां से गुजरने के दौरान लोगों को अपने नाक पर रूमाल रखना पड़ रहा है. कचरे से उठते दुर्गंध ने लोगों को जीना मुश्किल कर दिया है. स्थिति ऐसी है कि कचरा अब बीच सड़क पर आ गया है, जिसके कारण अब सड़क जाम होने लगी है. शहर के मटवारी रोड, ओकनी भारत बेकरी के समीप, महेश सोनी चौक, पैगोडा के पीछे सड़क पर फैले कचरे के ढेर को देखा जा सकता है. आधी सड़क पर कचरा जमा है. कचरे की वजह से सड़क संकीर्ण हो गयी है, जिससे चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हो रही है. संध्या होते ही प्रतिदिन मटवारी चौक से लेकर पीटीसी चौक तक जाम लगा रहता है. लोगों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ रहा है. बताते चलें कि निगम के कर्मचारी अपनी छह सूत्रों मांगों को लेकर 23 अगस्त से राज्यव्यापी हड़ताल पर हैं.शहर की हवा में प्रदूषण फैला रहा कचरा
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर क्षीतिज आनंद ने बताया कि शहर में सड़क के किनारे का कचरा कई तरह से मानव जीवन को प्रभावित करता है. कचरा के सड़ने के बाद उसमें से हानिकारक रसायन निकलता है. इससे चमड़े की ऊपरी परत पर एग्जिमा या वायरल रोग हो सकता है. कचरा सड़ने पर कार्बन डाइआक्साइड और कार्बन मोनोआक्साइड मिथेन गैस निकलता है. इस कारण संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बढ़ता है. वहीं, कचरा जलाने पर शहर का एयर इंडेक्स खराब होता है. इससे सांस से संबंधित बीमारी होने का खतरा बना रहता है. जबकि कचरे में फेंके गए सड़े खाद्य पदार्थ के खाने से बेसहारा पशु बीमार होते हैं. गीला कचरा से मच्छर का प्रकोप फैलता है. शहर में चिकनगुनिया, टाइफाइड, हैजा और डेंगू होने का खतरा बना रहता है. वहीं, लंबे समय तक सड़क पर जमा कचरा ऑक्सीजन को हानिकारक नाइट्रोजन में बदल देता है, इसका मानव जीवन पर बहुत ही खराब प्रभाव होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है