हजारीबाग: फर्जी निकासी मामले में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित
बीडीओ ने खपरियावां पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और जेई को पत्र देकर स्पष्टीकरण पूछा था. बताया जाता है कि एक सप्ताह पहले सोशल ऑडिट के जनसुनवाई के दौरान यह मामला प्रकाश में आया था.
कटकमसांडी: हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के खपरियावां पंचायत में मनरेगा योजना के तहत 68 हजार की लागत से वीर शहीद पोटो हो खेल मैदान योजना में बिना काम कराये राशि की निकासी मामले में कटकमदाग बीडीओ एकता वर्मा ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है. उन्होंने पत्रांक 61 दिनांक 12/3/24 के आलोक में प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी श्रीकांत कुमार, पंचायत सचिव कृष्ण कुमार और दिव्या कुमारी को जांच टीम में शामिल किया है. बीडीओ ने गठित जांच टीम को स्थल का जांच करते हुए निर्धारित समय के अंदर जांच रिपोर्ट अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
इससे पहले बीडीओ ने खपरियावां पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और जेई को पत्र देकर स्पष्टीकरण पूछा था. बताया जाता है कि एक सप्ताह पहले सोशल ऑडिट के जनसुनवाई के दौरान यह मामला प्रकाश में आया था. सोशल आडिट टीम ने जब योजना स्थल पहुंच कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली, तो वहां पर खेल मैदान के समतलीकरण का काम की जाने का कोई पहचान नहीं मिला. उक्त भूमि पहले जैसा ही उबड़ खाबड़ दिखाई दे रहा था. कटकमदाग प्रखंड में मनरेगा योजना को धरातल पर उतरने में मनरेगा कर्मियों की लापरवाही सामने उजागर हो रही है.
बगैर मापी पुस्तिका और मास्टर रोल के 27 हजार 300 रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी . जबकि मनरेगा योजना में काम शुरू होने के पहले जीओ टेग और फिर पैसा भुगतान करने के समय जीओ टैग, मस्टर रोल और जेइ द्वारा मापी पुस्तिका उपलब्ध कराने के बाद ही मजदूर के खाते में पैसा भेजा जाता है. जिसमें रोजगार सेवक और मनरेगा बीपीओ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है. इन दोनों के स्थल जांच के बाद ही पैसा भुगतान का नियम है.