हजारीबाग सीट पर दो विधायक आमने-सामने

हजारीबाग संसदीय सीट पर दो सीटिंग विधायक चुनावी मैदान में आमने-सामने होंगे. सदर विधायक मनीष जायसवाल भाजपा प्रत्याशी और मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल कांग्रेस प्रत्याशी हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 7:54 PM

नामांकन एक मई को 25हैज2में- भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल 25हैज3में- कांग्रेस प्रत्याशी जेपी पटेल सलाउद्दीन हजारीबाग. हजारीबाग संसदीय सीट पर दो सीटिंग विधायक चुनावी मैदान में आमने-सामने होंगे. सदर विधायक मनीष जायसवाल भाजपा प्रत्याशी और मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल कांग्रेस प्रत्याशी हैं. भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल दो बार के विधायक है. कांग्रेसी प्रत्याशी जेपी पटेल राज्य सरकार में मंत्री और तीन बार के विधायक हैं. नामांकन से पहले चुनावी प्रचार में विधायकी कार्यकाल के इंकंबैसी, उपलब्धियों और चुनौतियों का सामना दोनों उम्मीदवार ने किया. अपने अपने विधानसभा से अत्यधिक बढ़त लेकर चुनौती पेश करने की भी रणनीति पर काम कर रहे हैं. अपने कार्यों की खूबियों को अन्य चार विधानसभा में पहुंचाने का भी प्रयास हो रहा है. नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू होगा चुनाव की प्रक्रिया 26 अप्रैल से शुरू होगी. दोनों उम्मीदवार एक मई को नामांकन के समय भी शक्ति प्रदर्शन करेंगे. राजनीतिक दलों व निर्दलीय उम्मीदवार 26 अप्रैल से नामांकन प्रपत्र खरीद सकेंगे. 27 अप्रैल से तीन मई तक नामांकन पर्चा भर सकेंगे. सुबह 11 बजे से दोपहर तीन तक नामांकन प्रपत्र भर सकते हैं. नामांकन पर्चा उपायुक्त कार्यालय में जमा होगा. उम्मीदवार चार सेट में पर्चा दाखिल करेंगे. नामांकन कक्ष में उम्मीदवार समेत पांच लोग जा सकेंगे. एक एक मीटर दायरे में प्रत्याशी और प्रस्तावक भी आयेंगे. बाकी समर्थक 100 मीटर दायर के बाहर रहेंगे. प्रत्याशियों का वाहन भी समाहरणालय गेट के अंदर जायेगा. प्रत्याशियों के नामांकन के संभावित तिथि- पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के निशांत कुशवाहा नामांकन 29 अप्रैल को करेंगे. झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के संजय मेहता और शशि भूषण केसरी 30 अप्रैल को नामांकन करेंगे. एक मई को सबसे अधिक चार उम्मीदवार इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल, एनडीए के भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल, झापा के बबलू कुशवाहा और निर्दलीय कुंज बिहारी साव नामांकन करेंगे. प्रत्याशी मातदाताओं को गोलबंद किया हजारीबाग संसदीय सीट पर 20 मई को चुनाव है. नामांकन से पहले सभी संभावित उम्मीदवारों ने जन संपर्क कर मतदाताओं को गोलबंद की है. संसदीय सीट के पांच विधानसभा क्षेत्र में घूम घूम कर जन संपर्क अभियान चलाया. रूठे समर्थक व मतदाताओं को मनाने के लिए काफी पसीना बहाया. 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 64.85 रहा था. इसमें सबसे अधिक रामगढ़ विधानसभा में 70.70 प्रतिशत मतदान हुआ था. बड़कागांव विधानसभा में 64.79 प्रतिशत, मांडू विधानसभा 64.19 प्रतिशत, बरही विधानसभा 63.84 प्रतिशत और हजारीबाग सदर विधानसभा 61.49 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार प्रत्याशी जन संपर्क कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से अधिक से अधिक मतदान करने पर जोर दे रहे हैं. महिला मतदाताओं को पक्ष में करने के लिए सबसे अधिक प्रयास किया गया. इस संसदीय सीट में 1914238 मतदाता हैं. इसमें महिला मतदाताओं की संख्या 929498 हैं. लगभग 49 प्रतिशत महिला मतदाता हैं. महिला मतदाताओं को आकर्षित एवं प्रभावित करने के लिए घोषणा-पत्र में कई लाभ देने का वादा कर रहे हैं. प्रत्याशी जन संपर्क में सबसे अधिक महिला मतदाताओं से ही सीधे बात कर रहे हैं. महिलाओं का आर्शिवाद ले रहे हैं. राष्ट्रीय पार्टी की महिला नेत्री कार्यकर्ताओं को भी महत्व बढ़ा हुआ है. युवा मतदाता जो पहली बार वोट देंगे लगभग 70 हजार हैं. इन मतदाताओं का वोट प्रतिशत अधिक होगा. इस लिए युवा मतदाताओं को सोशल मीडिया और प्रचार की नई तकनीक का इस्तेमाल इन्हें रिझाने के लिए कर रहे हैं. चुनावी प्रबंधन व रणनीति उम्मीदवार नामांकन के पहले चुनावी प्रबंधन की तैयारी भी खूब की है. भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने टिकट मिलते ही पूर्व से गठित जिला कोर कमेटी के पदाधिकारियों और सदस्यों में बदलाव किया. विधानसभा स्तरीय बूथ कमेटी के अलावा कई और महत्वपूर्ण बैठक कर चुनावी रणनीति को चुस्त दुरुस्त बनाया. आजसू पार्टी का जिला स्तरीय सम्मेलन कराकर एनडीए गठबंधन को मजबूत किया. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी जय प्रकाश भाई पटेल ने भी चुनावी प्रबंधन में तीन बार के विधायक और मंत्री रहने के अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया. संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा में इंडिया गठबंधन के दलों के नेताओं व समर्थकों को एकजुट किया. इंडिया गठबंधन का संयुक्त प्रेसवार्ता कराकर सभी दलों के नेताओं से एकता का संदेश दिलाया. जातीय गोलबंदी पर ही सबसे ज्यादा फोकस किया. डैमेज कंट्रोल के लिए गांव-गांव जाकर कई प्रभावशाली लोगों को साथ जोड़ने और भितरघात करने वाले लोगों का विकल्प भी खोजा.

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