हजारीबाग. बरही थाना क्षेत्र स्थित देवचंदा मोड़ से दो युवकों का अपहरण कर उनके साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. मोबाइल फोन पर 70 हजार रुपया ट्रांसफर करा कर घटना के 27 घंटे के बाद दोनों को मुक्त किया गया. इस मामले के एक आरोपी और अपहरण में इस्तेमाल बोलेरो गाड़ी को ग्रामीणों ने पकड़ कर कोर्रा पुलिस को सौंप दिया है. पकड़े गये आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है. इस संबंध मे भुक्तभोगी मकसूद आलम और मो इम्तियाज ने कोर्रा थाना मे आवेदन दिया है. दोनों भुक्तभोगी बरही थाना क्षेत्र के कोनरा गांव के रहने वाले है.
क्या है मामला : अपहृत युवकों ने बताया कि 25 जनवरी की शाम करीब पांच बजे बिना नंबर प्लेट के की एक गाड़ी (बोलेरो) देवचंदा मोड़ के पास आकर रुकी. उस वक्त हम सभी वहीं बैठे थे. बोलेरो में बैठे लोगों ने कहा कि तुमलोग स्क्रैप लेते हो, चलो स्क्रैप दिला देगें. इसके बाद दोनों को बोलेरो में बैठा लिया. कुछ दूर जाने के बाद बोलेरों में चार और लोग बैठ गये. सभी ने कपड़ा से अपना चेहरा ढंक रखा था. वे लोग तेज आवाज में गाना बजा कर हम दोनों से मारपीट करने लगेख, फिर एक सुनसान जगह पर बोलेरो रोका. अपहृत मकसूद आलम ने कहा कि उनलोगों ने दबाव बनाया और कहा कि घर पर फोन कर बताओ कि एक्सीडेंट हो गया है, इलाज के लिए मेरे मोबाइल पर 60 हजार फोन पे कर दो. सूचना देने पर परिवार वालों ने मेरे मोबाइल पर 60 हजार फोन पे कर दिया. कुछ देर बाद आरोपियों ने दोबारा दबाव बनाया और कहा कि घर वालों को फोन करो कि पुलिस पहुंच गयी है, थाना में मामला नहीं दर्ज करने के एवज में 30 हजार रुपया और मांग रहा है. शक होने पर घर वालों ने पूछा कि तुम कहां हो, हमलोग वहां आते है. इसके बाद आरोपियों ने कहा कि मोबाइल पर 10 हजार रुपया मंगवा लो, तुम दोनों को छोड देंगें. घर वालों ने दोबारा 10 हजार रुपये फोन पे कर दिया. इसके बाद 26 जनवरी को आठ बजे रात इटखोरी मोड़ के समीप छोड़ कर सभी फरार हो गये. मुक्त होने के बाद घर वालों को पूरी बात बतायी. ग्रामीणों ने बिना नंबर के बोलेरो और आरोपियों की तलाश करते हुए नगवां टॉल प्लाजा के पास पहुंचे. एक होटल के पास वही बोलेरो खड़ा दिखा. होटल के अंदर जाने पर पांच आरोपी चकमा देकर फरार हो गये, जबकि एक आरोपी पकड़ा गया. पकड़े गये आरोपी और बोलेरो को कोर्रा थाना को सौंप दिया.
प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भटकते रहे: अपहरण के एक आरोपी और बोलेरो को कोर्रा थाना को सौंपने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए भुक्तभोगी 27 जनवरी को दिन भर थाना का चक्कर लगाते रहे. भुक्तभोगी को कोर्रा पुलिस ने बताया कि यह घटना बरही थाना क्षेत्र की है. बरही में आवेदन दें. बरही थाना पहुंचने के बाद बरही पुलिस ने भुक्तभोगी के परिजनों से कहा कि यह मामला कोर्रा थाना का है. परेशान होकर दोनों भुक्तभोेगियों ने एसपी अरविंद कुमार सिंह से मुलाकात की और मामले की जानकारी दी. एसपी ने तत्काल कोर्रा पुलिस को बुला कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.
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