हजारीबाग जिले में टीकाकरण अभियान जोरों पर, जिले में 70 हैं वैक्सीनेशन सेंटर
ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ अनवर एकराम ने बताया कि वैक्सीन में किसी जीव के कुछ कमजोर या निष्क्रीय अंश होते हैं. जो बीमारी का कारण बनते हैं. ये शरीर के इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण की पहचान करने के लिए प्रेरित करते हैं और उनके खिलाफ शरीर में एंटी बॉडी बनाते हैं. जो बाहरी हमले से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं.
हजारीबाग : हजारीबाग जिले में टीकाकरण अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है. हजारीबाग जिले में 70 वैक्सीन सेंटर बनाये गये हैं. अभियान के रूप में सभी प्रखंड और गांव तक टीकाकरण हो रहा है. इसमें कोविशिल्ड और को-वैक्सीन का टीका लोगों को लगाया जा रहा है. एक वैक्सीन आपके शरीर को किसी बीमारी, वायरस या संक्रमण से लडने के लिए तैयार करती है.
ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ अनवर एकराम ने बताया कि वैक्सीन में किसी जीव के कुछ कमजोर या निष्क्रीय अंश होते हैं. जो बीमारी का कारण बनते हैं. ये शरीर के इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण की पहचान करने के लिए प्रेरित करते हैं और उनके खिलाफ शरीर में एंटी बॉडी बनाते हैं. जो बाहरी हमले से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं.
डीडीसी अभय कुमार सिन्हा ने कहा कि अभियान के तहत सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों जैसे डॉक्टर, नर्सों व सफाई कर्मियों को वैक्सीन लगायी गयी थी. वर्तमान में वैक्सीन के लिए आयु सीमा को 18 वर्ष और उससे अधिक कर दिया गया है. हजारीबाग इस अभियान में शामिल है. अपनी पूर्ण सहभागिता दिखा रहे हैं. राज्य में अब तक का सबसे बड़ा अभियान शुरू हो चुका है.
कोरोना के खिलाफ हो रही ये वैक्सीन ड्राइव दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मुहिम है. इसके अंतर्गत 18 वर्ष और उससे अधिक की आयु वाले व्यक्तियों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगायी जा रही है. इस देश व्यापी अभियान और वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई आशंकाएं और भय भी है. जिन्हें दूर करने के लिए जागरूकता का प्रसार सरकार चला रही है.
सभी समाज और धार्मिक गुरु ने भी अपील किया है कि आप भी किसी भ्रम या आफवाह में न आयें. सही जानकारी और जागरूकता के प्रवाह को बनाये रखें और अपनी बारी आने पर वैक्सीन अवश्य लगायें. ऐसा करके कोरोना के संक्रमण को रोकने में सहायता होगी.