Jharkhand news, Hazaribag news : बड़कागांव (हजारीबाग) : रोजगार नहीं मिलने, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण एवं ध्वनि प्रदूषण को लेकर बड़कागांव प्रखंड के चेपाकला के ग्रामीण और भू-रैयतों ने कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोड को जाम कर दिया. सड़क जाम होने से कोयले का ट्रांसपोर्टिंग कई घंटे तक प्रभावित रहा. बड़कागांव के अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह, बड़कागांव और डाड़ी पुलिस धरना स्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों से बातचीत की. 22 जुलाई, 2020 तक कंपनी एवं ग्रामीणों के बीच वार्ता कराने की शर्त पर सड़क जाम हटाया गया. इस दौरान ग्रामीण और भू-रैयत मास्क लगाकर और सोशल डिस्टैंसिंग अपनाते हुए सड़क पर जमे रहे थे.
सड़क जाम कर रहे ग्रामीण और भू-रैयतों ने कहा कि इलाके को प्रदूषण से बचाने एवं रोजगार की मांग को लेकर कोल कंपनियों से पिछले डेढ़ साल से बातचीत चल रही है. इस संंबंध में 12 जून, 2020 को उपायुक्त समेत विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं विभागों को आवेदन भी दे चुके हैं. इसके बाद भी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. थक-हार कर ग्रामीण और भू-रैयतों को सड़क जाम करने को बाध्य होना पड़ा.
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ग्रामीणों ने कहा कि 2 जुलाई, 2020 तक मांग पूरी नहीं होने पर वृहद जन आंदोलन करने की सूचना जिला प्रशासन को पहले ही दे दी गयी थी, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं होने पर बाध्य होकर ग्रामीण और भू-रैयत सड़क पर उतरे. कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोड को जाम कर देने से कोयले का ट्रांसपोर्टिंग कई घंटे तक प्रभावित रहा. सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गयी.
सड़क जाम की जानकारी मिलते ही बड़कागांव के अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह, बड़कागांव और डाड़ी पुलिस धरना स्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों से बातचीत शुरू की. शुरुआत में ग्रामीण और भू-रैयत अपनी मांगों पर अड़े रहें, लेकिन बार- बार समझाने और आश्वासन देने के बाद आखिरकार सड़क जाम खत्म करने को ग्रामीण तैयार हुए. ग्रामीणों की समस्या को लेकर 22 जुलाई, 2020 तक समाधान निकालने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया.
ग्रामीण और भू-रैयतों की मांग है कि 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र वालों को रोजगार दिया जाये. साथ ही सड़क, बिजली, पानी आदि की व्यवस्था किया जाये. स्कूल और अस्पताल के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज के लिए बसों की व्यवस्था हो. खेल सामग्री एवं खेल मैदान की व्यवस्था हो. पेलोडिंग बंद किया जाये. लेबर लोडिंग एवं लेबलिंग शुरू की जाये. ट्रांसपोर्टिंग गांव के अंदर किया जाये. गांव के नाम पर डिओ का लाइसेंस दिया जाये.
त्रिवेणी सैनिक लिमिटेड के अधिकारी अरविंद देव ने कहा कि कंपनी ग्रामीणों से वार्ता करने को तैयार है. कंपनी भी वार्ता करती रही है. उन्होंने कहा कि जो उचित होगा, उसी के अनुसार कार्य किया जायेगा.
Posted By : Samir ranjan.