टाटीझरिया में मतदान के प्रति उत्साहित दिखे मतदाता
: कई बूथों पर सुबह में लगी थी लंबी लाइन, दोपहर बाद पसरा सन्नाटा
: कई बूथों पर सुबह में लगी थी लंबी लाइन, दोपहर बाद पसरा सन्नाटा टाटीझरिया. मांडू विधानसभा क्षेत्र के लिए टाटीझरिया प्रखंड की पांच पंचायतों के 33 बूथों में मतदाताओं ने बुधवार को अपने मत का प्रयोग किया. सुहाने मौसम के कारण मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्साह देखा गया. सबसे ज्यादा उत्साहित वृद्ध व फर्स्ट टाइम वोटर थे. टाटीझरिया प्रखंड के डुमर, धरमपुर, बेड़म, डहरभंगा और टाटीझरिया के 33 बूथों में सुबह छह बजे से ही मतदाताओं की लाइन लगनी शुरू हो गयी थी. समय जैसे-जैसे बढ़ता गया मतदाताओं की भीड़ भी बढ़ती गयी. इधर, मुरूमातु में इवीएम में आंशिक गड़बड़ी के कारण थोड़ी देर के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. डुमर पंचायत के दिव्यांग बेड़म निवासी फुचका गंझू ने बूथ संख्या 367 में मतदान किया. खंभवा निवासी लोकनाथ सिंह 97 वर्ष ने बूथ संख्या 359 में मतदान किया. वहीं, टाटीझरिया के 96 वर्षीय स्वरूप बाला ने बूथ संख्या 376 में मतदान किया. दिव्यांगों की सुविधा के लिए सभी बूथों में व्हीलचेयर की व्यवस्था थी. मौके पर बीडीओ रश्मि खुशबू मिंज, सीओ नीलु टुडु, सेक्टर मजिस्ट्रेट, थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी और सीआरपीएफ व नागालैंड के जवान मुस्तैद रहे. 24 साल बाद बेड़म बूथ में हुआ मतदान : 24 साल बाद डुमर पंचायत के मध्य विद्यालय बेड़म 367 बूथ में मतदान हुआ. यहां सुबह से ही लंबी लाइन लगी थी, लोगों ने अपनी बारी आने पर मतदान किया. बेड़म के मतदाता मतदान कर काफी उत्साहित दिखे. वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बन्हे कोल्हू सड़क पर फ्लैग मार्च कर रहे सीआरपीएफ के जवानों को उग्रवादियों ने लैंड माइंस लगा कर नुकसान पहुंचाया था. इस घटना में दो जवान शहीद हो गये थे. इसके बाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक राधानाथ रविदास के पैर में उग्रवादियों ने गोली मार दी थी, तब से इस मतदान केंद्र को कोल्हु में स्थानांतरित कर दिया गया था. 24 साल बाद इस बूथ में मतदान करने पर बेड़म गांव के ग्रामीण काफी खुश थे.
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