पारटांड़ नगवां रोड मुहल्ला की जलमीनार दो साल से खराब
जलमीनार 3,60,500 रुपये की लागत से लगायी गयी है. य
चौपारण. केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है, ताकि गांव में बसे आम लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना नहीं पड़े. इन योजनाओं के तहत पंचायत में 15वें वित्त आयोग मद से चौपारण की लगभग पंचायतों के अलग-अलग गांव में कई जलमीनार लगायी गयी हैं. उसमें चैथी पंचायत के पारटांड़ नगवां रोड मुहल्ला भी शामिल है, जहां 2021 में पेयजल आपूर्ति के लिए उक्त योजना के तहत जलमीनार 3,60,500 रुपये की लागत से लगायी गयी है. यह जलमीनार दो साल से बंद पड़ी है. मुहल्ले के लोग चापानल व कुआं पर आश्रित है. इस जलमीनार से लाभान्वित होने वाले मुहल्ले के लोगों ने बताया कि जलमीनार लगने बाद करीब सात माह तक जलमीनार का पानी नसीब हुआ. उसके बाद तकनीकी गड़बड़ी के कारण दो साल से जलमीनार बंद पड़ी है. शिकायत के बाद मिस्त्री बनाने के लिए आया था. जलमीनार में लगा सोलर सिस्टम को मरम्मत के नाम पर खोल कर ले गया. उसके बाद न मशीन लायी गयी और न ही मिस्त्री आया. मुखिया उपेंद्र यादव उर्फ गुलाबी यादव ने बताया मशीन में तकनीकी गड़बड़ी थी. उसे बनाने का प्रयास किया गया, पर वह मशीन बनने की स्थिति में नहीं थी. जलमीनार में नयी मशीन लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा गया है.
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