वैकल्पिक सड़क बनाये बिना जोरदाग-नयाखाप मार्ग काटने का विरोध
जोरदाग-नयाखाप मार्ग में वैकल्पिक सड़क बनाये बगैर कंपनी ने 19 अगस्त की रात मुख्य सड़क को काट दिया.
विरोध में बंद रही कोयला ढुलाई, वार्ता के बाद शुरू
केरेडारी.
जोरदाग-नयाखाप मार्ग में वैकल्पिक सड़क बनाये बगैर कंपनी ने 19 अगस्त की रात मुख्य सड़क को काट दिया. सिमरिया, चतरा, नयाखाप, पचड़ा के लोगों का आवागमन बाधित हो गया. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने विरोध जताया. प्रमुख सुनीता देवी व पचड़ा के मुखिया महेश प्रसाद साव के नेतृत्व में ग्रामीणाें ने 20 अगस्त की सुबह कोल ट्रांसपोर्टिंग को रोक दी. दिन भर कोयला ढुलाई बाधित रही. कंपनी, जनप्रतिनिधि व पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में पुराने मार्ग की मरम्मत व नया मार्ग को जल्द बनाने पर सहमति बनी. इसके बाद ट्रांसपोर्टिंग शुरू हुई. मार्ग को भरकर आवागमन शुरू कर दिया गया. कंपनी के प्रबंधक ने कहा कि दो नंबर बेरियर के करीब माइंस है. ब्लास्टिंग होने से राहगीरों पर कोयला अथवा पत्थर का टुकड़ा गिरने की संभावना बनी रहती है. ब्लास्टिंग के समय लोग सिक्योरिटी गार्ड की बात नहीं मानते हैं, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से सड़क काटी गयी थी. कंपनी द्वारा मुंडा टोली होकर वैकल्पिक मार्ग बनाने की तैयारी की जा रही है. मौके पर सीओ रामरतन कुमार वर्णवाल, सीबी माइंस के अपर महाप्रबन्धक सवाइन निल माधव, थाना प्रभारी केरेडारी अजित कुमार, कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑडिनेटर समेत कई अधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है