हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय के संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग का बहुद्देश्यीय परीक्षा भवन का निर्माण कार्य 18 साल से लंबित है. 66 लाख की लागत से बननेवाले इस भवन का निर्माण कार्य 2004 से रुका हुआ है. लगभग 39 लाख खर्च के बाद आधा भवन बन पाया है, जबकि 27.12 लाख रुपया बैंकों में रखा हुआ है. नये प्राक्कलन की शेष राशि के मामले को लेकर काम ने रफ्तार नहीं पकड़ा है. भवन नहीं बनने से छात्रों को काफी नुकसान हो रहा है.
कई शिक्षा मंत्री, विधायक, सांसद योजना का निरीक्षण कर निर्माण पूरा कराने का आश्वासन देते रहे हैं, लेकिन यह योजना अब तक अधूरी है.
संत कोलंबा कॉलेज हजारीबाग में बहुद्देश्यीय परीक्षा भवन निर्माण के लिए झारखंड सरकार ने 66 लाख की योजना स्वीकृत की थी. अगस्त 2002 में 33 लाख रुपया और नवंबर 2004 में 33 लाख रुपया (कुल 66 लाख रुपया) उपलब्ध कराया था. योजना में अब तक 38.92 लाख 324 रुपये खर्च हुए हैं. वहीं 27.12 लाख रुपया बैंक में जमा है.
गुजरात में 2001 में भूकंप आने के बाद राज्य सरकार मानव संसाधन विभाग को भवन की मजबूती की चिंता हुई. राज्य सरकार ने भवन निर्माण के ठेकेदार को निर्देश दिया गया कि सीमेंट, बालू और छर्री का अनुपात बढ़ाया जाये. 66 लाख की प्राक्कलित राशि का यह भवन नये निर्देश के बाद एक करोड़ रुपये का हो गया. 66 लाख आवंटित राशि के अलावा 34 लाख रुपये की मांग राज्य सरकार से की गयी, लेकिन सरकार ने शेष राशि उपलब्ध नहीं करायी. उसके बाद से ही काम बंद है.
संत कोलंबा कॉलेज में इंटर से लेकर पीजी तक कई समेस्टर की परीक्षाएं साल भर होती रहती हैं. विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा का केंद्र भी संत कोलंबा कॉलेज होता है. ऐसे में लगातार कक्षाएं बाधित हो जाती हैं. परीक्षा भवन बन जाने से हजार से अधिक परीक्षार्थी वहां परीक्षा दे पायेंगे. इससे छात्रों की पढ़ाई और प्रयोगशाला बाधित नहीं होगा. विनोबा भावे विश्वविद्यालय की ओर से राज्य सरकार को कई पत्र भेजा गया. योजना को पूरा कराने के लिए शिक्षा मंत्री से विशेष आग्रह किया गया. पत्राचार कर स्थिति से अवगत कराया गया.
कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने कहा कि पूरी योजना की जानकारी राज्य सरकार को दी जायेगी. निर्माण कार्य शीघ्र शुरू हो, इसके लिए पूरा प्रयास होगा.
Posted By : Sameer Oraon