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हीरोडीह में गला काट कर हत्या : पिता ने बताया – दामाद हैदराबाद ले जाने की बात कह बेटी को रात में ले गया, सुबह लाश मिली

मृतका के पिता ने बताया कि उसकी नवविवाहिता बेटी को मारपीटकर कुछ समय पहले ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया था. बुधवार को उसके पति ने फोन कर कहा कि लेने आ रहा हूं तैयार रहो. रात में ही वह बेटी को लो गया. सुबह बेटी की लाश मिली.

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 11:15 PM

हीरोडीह थाना क्षेत्र के बैरिया में 23 वर्षीया रिंकू देवी की गला काटकर हत्या कर दी गयी. उसका शव बुधवार सुबह करीब नौ बजे चरवाहों ने मुरलीपहाड़ी पर खून से लथपथ देखा. हत्या का आरोप मृतका के पति और ससुरालवालों पर लगा है. इस बाबत बैरिया दीवान टोला निवासी रिंकू देवी के पिता जगदीश महतो ने हीरोडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.

जगदीश ने अपने दामाद अनिल यादव, भैंसुर सुनील कुमार यादव, ससुर रामदेव यादव, सास फूलन देवी के अलावा तीन-चार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है. बुधवार की सुबह मुरलीपहाड़ी पर जेट्रोफा की झाड़ी में खून से लथपथ रिंकू का शव मिला. शव चरवाहों ने देखा. जानकारी होते ही सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जुट गये.

पुलिस को शव उठाने से रोका, गिरफ्तारी की मांग को ले ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

ग्रामीणों ने हीरोडीह थाना पुलिस को रिंकू देवी का शव उठाने से रोक दिया. ग्रामीणों का कहना था कि महिला की गला रेतकर हत्या की गयी है. शव उठाने से पूर्व हत्यारों को गिरफ्तार किया जाये. इसके बाद विरोध जता रहे ग्रामीणों ने खरगडीहा-खिजुरी मार्ग को बेलकुशी के पास जाम कर दिया. सूचना पर जमुआ व तिसरी थाना प्रभारी मणिकांत कुमार व रंजन कुमार, हीरोडीह थाना के एसआइ तेजबली राम, एएसआइ धंजीव कुमार सिंह, शंभु सिंह सदल-बल पहुंचे. काफी समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए. तब जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेजा गया.

जगदीश महतो ने पुलिस को बताया कि कुछ महीने पूर्व मारपीट कर उसकी बेटी को ससुराल से निकाल दिया गया था. बेटी का पति अनिल यादव हैदराबाद भाग गया था. तबसे रिंकू मायके में ही रह रही थी. मंगलवार की देर रात अनिल घर पहुंचा और रिंकू को हैदराबाद ले जाने की बात कह लेकर निकल गया था.

मृतका के पिता की शिकायत पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी

हीरोडीह थाना क्षेत्र के बैरिया दीवान टोला की 23 वर्षीय विवाहिता रिंकू शव मिलने के मामले में मृतका के पिता जगदीश महतो की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है.

मृतका के पिता ने रो-रोकर बतायी पूरी बात, जमीन के लिए ससुराल वालों ने 23 वर्षीय नवविवाहिता को घर से निकाला, उसके बाद भी चैन नहीं मिला तो वापस ले जाने का झांसा दे घर से ले जाकर मार डाला

मृतका के पिता जगदीश ने कहा है कि वर्ष 2019 में उसने अपनी बेटी रिंकू का विवाह अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-दहेज देकर देवरी प्रखंड क्षेत्र के टंगपजवा गांव निवासी रामदेव यादव के पुत्र अनिल यादव के साथ की थी. शादी के बाद सब कुछ ठीक था. इसी बीच उसने अपनी बेटी के नाम 34.5 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री कर दी.

कुछ महीने पूर्व दामाद समेत बेटी के ससुराल वाले जमीन अपने नाम कराने का दबाव बनाते हुए उसके साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया था. वहीं उसका पति अनिल यादव खुद भी हैदराबाद भाग गया. इसके बाद से बेटी मायके में ही रह रही थी. कहा कि इस दौरान मंगलवार की सुबह हैदराबाद से दामाद ने बेटी के मोबाइल पर फोन कर बोला की हम जहाज से घर आ रहें हैं. तुम तैयार होकर रहना.

मेरा दामाद देर रात में घर पहुंच कर बेटी को हैदराबाद लेकर जाने की बात कहकर लेकर निकल गया. इधर, बुधवार की सुबह चरवाहों ने बेटी का शव झाड़ी पड़े रहने की जानकारी दी. परिजनों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा की गला दो जगहों पर कटा हुआ और हाथ पीछे से बंधा हुआ मिला.

जगदीश ने अपने दामाद अनिल यादव, भैंसुर सुनील कुमार यादव, ससुर रामदेव यादव, सास फुलन देव समेत अज्ञात तीन-चार लोगों पर बेटी की हत्या करने और शव को सुनसान जगह मुरली पहाड़ी के समीप फेंक देने का आरोप लगाया है. कहा कि दामाद उसकी बेटी पर जमीन लिखने के दबाव बना रहा था.

आवेदन पर हीरोडीह थाना में कांड संख्या 123/24 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस बाबत हीरोडीह थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया जगदीश की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस

माता-पिता को थी बेटी के सहारे की ही थी उम्मीद, छोटा बेटा है दिव्यांग

रिंकू देवी से उसके माता-पिता की उम्मीद थी. जगदीश महतो की दो संतान में रिंकू ही घर के सदस्यों की देखभाल करती थी. दूसरा संतान सात वर्षीय टिंकू यादव दिव्यांग है. रिंकू के माता-पिता को यह उम्मीद थी कि रिंकू उनकी और दिव्यांग भाई की देखभाल करेगी. लेकिन, रिंकू की हत्या की घटना ने परिवार को झकझोर दिया. बूढ़े माता-पिता को काफी सदमा पहुंचा है. रिंकू की मां मुंद्रिका देवी बार-बार बेहोश हो रही थी.

पूर्व में हुई हत्या की घटना का भी पुलिस नहीं कर सकी खुलासा, अपराधियों में पुलिस व कानून का भय नहीं

खरगडीहा-खिजुरी रोड जाम में शामिल ग्रामीण सुरेश वर्मा, समीर सौरभ, किशुन वर्मा, अमर वर्मा, कारू यादव, नीरज राम आदि का कहना था कि एक वर्ष पूर्व भी बैरिया में हत्या की घटना हुई. इस घटना का अभी तक उद्भेदन नहीं हो पाया है. कुसुबथान में हुई हत्या की घटना का उद्भेदन कर दिया गया होता तो दूसरी घटना नहीं घटती.

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