जमशेदपुर : जुगसलाई नगर परिषद की सफाई व्यवस्था एक बार फिर चरमराने वाली है. ठेका कंपनी क्यूब आदित्यपुर बेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अधीन कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने ठेका कंपनी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए डोर टू डोर कचरा उठाओ कार्य को पूरी तरह से ठप कर दिया. जुगसलाई नगर परिषद में वर्तमान समय में डोर टू डोर कचरा एकत्रित किया जाता है ताकि यहां वहां गंदगी ना फैले इस कार्य में क्यूब आदित्यपुर बेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ठेका कंपनी द्वारा कर्मचारियों से कार्य लिया जा रहा है. कंपनी द्वारा वादा किया गया था कि सफाई गाड़ियों के चालकों को 16 हज़ार रुपये का वेतन पर पीएफ काटकर 14 हज़ार 300 दिया जाएगा, लेकिन उनको सिर्फ 13 हज़ार रुपये ही वेतनमान दिया जा रहा है. वही सफाई कर्मचारियों को 12 हज़ार 600 रुपये में काटकर 10 हज़ार 900 वेतन देने का वादा किया गया था पर उन्हें 9500 रुपये प्रतिमाह ही दिया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है. सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक के काम की जगह पर शाम 4 बजे तक काम लिया जा रहा है और जब कर्मचारी अपनी आवाज उठाते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाती है. ठेका कंपनी के इन हरकतों से परेशान होकर 10 चालक और 30 कर्मचारी, जिन पर पूरे जुगसलाई के कचरा उठाने की जिम्मेदारी है, उन्होंने आंदोलन का रूप अख्तियार करते हुए काम को पूरी तरह से ठप कर दिया. ऐसे में जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र के पूरी सफाई व्यवस्था चरमारने के कगार पर है. जानकारी देते हुए सफाई कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन इसी तरह से जारी रहेगा. दोपहर तक यह हंगामा होता गया. यह आश्वासन दिया गया है कि कर्मचारियों को उनका वेतन जरूर मिलेगा. लेकिन कर्मचारी अपना बकाया पैसे की मांग कर रहे है और कहा है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे लोग और तेज आंदोलन करेंगे. इस दौरान जुगसलाई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा है कि वे लोग ठेकेदार से बातचीत कर रहे है. अगर कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. साफ सफाई को बेहतर बनाया जायेगा.
पानी को लेकर पहले भी हो चुका है हंगामा
जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में पानी को लेकर भी हंगामा हो चुका है. शफीगंज मोहल्ला और छपरहिया मोहल्ला में इस मसले को लेकर आंदोलन होता रहा है. वहां जुगसलाई नगर परिषद की ओर से छापामारी की गयी है. मोटर जब्त किये गये है, लेकिन अब तक वहां जलापूर्ति पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाया है. इसको लेकर लगातार आंदोलन स्थानीय लोग भी कर रहे है. जुगसलाई नगर परिषद और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से कई बार कोशिश की गयी कि पेयजल को ठीक किया जाये, लेकिन अब तक वे लोग फेल करते नजर आ रहे है. इस मसले को लेकर वहां के विधायक मंगल कालिंदी ने जुगसलाई नगर परिषद के लोगों की समस्या का स्थायी हल करने के लिए दोनों ही विभागों के अधिकारियों को आदेश दिये है.