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रंजीत सिंह हत्याकांड में फरार अपराधी गणेश सिंह दो साथियाें के साथ गिरफ्तार

टेल्को सबुज कल्याण संघ के पास 3 अक्टूबर 2022 को रंजीत सिंह सरदार हत्याकांड मामले में फरार अपराधी गणेश सिंह को पुलिस ने एनएच-33 के गालूडीह टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गणेश सिंह के साथ अमन सिंह और रवि जायसवाल को भी गिरफ्तार किया

By Nikhil Sinha | July 10, 2024 12:25 AM
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स्टेशन में नीरज दूबे पर फायरिंग के आरोपी अमन और साथी रवि गणेश के साथ
हथियार-गोली जब्त

रवि की जिद पर कोलकाता से शहर आ रहा था गणेश, गालूडीह टोल प्लाजा पर पुलिस ने पकड़ा

Jamshedpur murder case/criminal arrest टेल्को सबुज कल्याण संघ के पास 3 अक्टूबर 2022 को रंजीत सिंह सरदार हत्याकांड मामले में फरार अपराधी गणेश सिंह को पुलिस ने एनएच-33 के गालूडीह टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गणेश सिंह के साथ अमन सिंह और रवि जायसवाल को भी गिरफ्तार किया. जिस कार से उन लोगों को पकड़ा गया है, उसमें से एक पिस्टल, 19 राउंड जिंदा गोली, ट्राली बैग, आठ मोबाइल बरामद किया है. गणेश सिंह पर उलीडीह, एमजीएम थाना में कई आपराधिक मामले दर्ज है. दूसरे जिले में हुई हत्याकांड के मामले में भी गणेश सिंह का नाम दर्ज है. उक्त जानकारी SSP किशोर कौशल मंगलवार को कार्यालय में Press conference कर दी.
Kolkata से Jamshedpur निकला था गणेश
एसएसपी ने बताया कि गणेश सिंह ने साथियों के साथ मिल कर रंजीत सिंह सरदार की गोली मार कर हत्या कर दी थी. गणेश सिंह लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसकी गिरफ्तारी को लेकर जमशेदपुर पुलिस ने एक एसआइटी टीम का गठन भी किया था. सोमवार को पुलिस को जानकारी मिली कि गणेश सिंह कार में कोलकाता से जमशेदपुर के लिए निकला है. NH-33 पर कई जगहों पर चेकिंग लगाया गया. जहां गालूडीह टोल प्लाजा के पास से गणेश सिंह, अमन सिंह और रवि जायसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
तरणजीत के बयान पर कराया था case दर्ज
गौरतलब है रंजीत अपनी बेटी के साथ दुर्गा पूजा घूमने निकला था. बाइक से आए अपराधियों ने रंजीत पर फायरिंग की थी. बेटी तरणजीत के बयान पर टेल्को थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया गया था. इस कांड में पुलिस ने गणेश सिंह के घर पर इश्तेहार भी चस्पाया था.
गणेश ने kolkata से गिफ्ट व कई सामान की खरीदारी की थी
मंगलवार को रवि जायसवाल के घर पर एक कार्यक्रम था. उसमें शामिल होने के लिए गणेश रवि के साथ जा रहा था. रवि के घर आने के लिए पहले गणेश सिंह ने मना किया था. लेकिन रवि के बार बार जिद करने पर वह कार से आने के लिए तैयार हो गया. जमशेदपुर आने के पूर्व रवि और गणेश ने कोलकाता से गिफ्ट और कई सामान की खरीदारी भी की थी.
अमन सिंह पर दर्ज है रंगदारी और फायरिंग का मामला
एसएसपी ने बताया कि अमन सिंह पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज है. अमन सिंह पर स्टेशन पार्किंग में नीरज दूबे पर फायरिंग करने का आरोप है. इसके अलावे अमन पर रंगदारी का मामला भी दर्ज है. ईचागढ़ से पुलिस ने अमन को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मिली जानकारी के अनुसार अमन सिंह गणेश सिंह का रिश्तेदार भी है. गणेश के साथ मिल कर अमन सिंह ने आपराधिक घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है. इस मामले में रेल पुलिस भी अमन को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी.
गणेश-अमन को पनाह देता था रवि जायसवाल :
पुलिस ने बताया कि फरारी के दौरान रवि जायसवाल गणेश सिंह को पनाह देता था. रवि ने गणेश को कोलकाता में रहने के लिए घर और गाड़ी मुहैया कराता था. कोलकाता के लौटने में रवि जायसवाल ही गणेश सिंह को गाड़ी मुहैया कराया था. वह अमन और गणेश को अलग अलग जगहों पर छुपा कर रखने का काम करता था. अमन सिंह व गणेश सिंह के साथ जमीन के कारोबार में संलिप्त है. उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार भी किया. पुलिस ने बताया कि रवि पर पूर्व से कोई आपराधिक मामले दर्ज नहीं है.साकची में राहुल छावड़ा पर फायरिंग मामले में रवि का नाम प्रकाश में आया था. लेकिन बाद में रवि के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर उसका खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया था. गणेश सिंह को पनाह देने के मामले में टेल्को थाना में रवि के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
रवि के Pistal की होगी जांच :
एसएसपी ने बताया कि कार के डेस्क बोर्ड से पुलिस ने जो हथियार बरामद किया है. वह रवि का है. रवि उस हथियार को लाइसेंसी बता रहा है. हालांकि हथियार का पेपर नागालैंड का बना हुआ है. पुलिस हथियार को जब्त कर ली है. इसकी जांच के लिए पुलिस संबंधित राज्य को भेजेगी. अगर कागजात गलत पाया जायेगा तो रवि के खिलाफ आर्म्स एक्ट का केस भी दर्ज किया जायेगा.
कोर्ट के बाहर लगी रही भीड़ :
गणेश सिंह, अमन सिंह और रवि को जेल भेजने के लिए पुलिस उसे देर शाम कोर्ट लेकर गयी. पुलिस ने तीनों को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक प्रसाद की कोर्ट में तीनों को पेश किया गया. जहां रात तक जेल भेजने की प्रक्रिया की गयी. वहीं कोर्ट गेट के बाहर गणेश सिंह के सौ से ज्यादा समर्थक जुटे रहे. कोर्ट के गेट बंद कर वहां फोर्स को तैनात कर दिया गया था. ताकि कोई भी समर्थक कोर्ट के भीतर न आ सके.

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