मानकी-मुंडाओं के फैसले को अक्षरश: पालन करेगा हो समाज
वीर शहीद पोटो हो मंच की ओर से कोल्हान स्तरीय एक दिवसीय हो समाज सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें पूरे कोल्हान क्षेत्र के मानकी- मुंडा, दिउरी, हो समाज महासभा के केंद्रीय एवं जिला के पदाधिकारी शामिल हुए. कोल्हान स्तरीय हो समाज सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ पीड़ मानकी संपूर्ण सांवैया की देखरेख में शहीद पोटो हो की तसवीर पर माल्यार्पण कर किया गया.
जमशेदपुर: खासमहल भवन में वीर शहीद पोटो हो मंच की ओर से कोल्हान स्तरीय एक दिवसीय हो समाज सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें पूरे कोल्हान क्षेत्र के मानकी- मुंडा, दिउरी, हो समाज महासभा के केंद्रीय एवं जिला के पदाधिकारी शामिल हुए. कोल्हान स्तरीय हो समाज सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ पीड़ मानकी संपूर्ण सांवैया की देखरेख में शहीद पोटो हो की तसवीर पर माल्यार्पण कर किया गया. इसके बाद आदिवासी हो समाज युवा महासभा के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामद, उपाध्यक्ष सुरा बिरुली, महासचिव-गब्बर सिंह हेंब्रम व कोषाध्यक्ष सुरेंद्र पूर्ति को अंगवस्त्र देकर समाज कि ओर से अभिनंदन किया गया.
हो समाज के लोगों ने दिया एकजुटता का संदेश
हो समाज सम्मेलन में वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि मानकी मुंडा स्वशासन व्यवस्था में जो भी निर्णय लिया जायेगा.सामज में उस निर्णय अक्षरश: पालन करेगा. इस दौरान समाज के लोगों ने संकल्प लिया कि वे वीर शहीद पोटो हो की तसवीर को गांव-गांव तक पहुंचायेंगे और उनके कार्यों से आमजन को अवगत करायेंगे. जल्द ही उनके नाम से चिह्नित किये गये चौक-चौराह में वीर शहीद पोटो हो की प्रतिमा को स्थापित किया जायेगा. कार्यक्रम के अंत में शिव कुमार हांसदा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
समाज की समृद्धि के लिए मिलजुल कर काम करने का संकल्प
कोल्हान स्तरीय एक दिवसीय हो समाज सम्मेलन में आदिवासी हो समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत करना था. सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के लिए पारंपरिक कला, संगीत और नृत्य के महत्व पर भी जोर दिया गया. समाज की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उपायों पर भी चर्चा हुई.सभी ने एकजुट होकर समाज के विकास और समृद्धि के लिए मिलजुल कर काम करने का संकल्प लिया. यह सम्मेलन आदिवासी हो समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ. इसमें समाज के सभी वर्गों ने सक्रिय भागीदारी निभाई और सामूहिक विकास की दिशा में अग्रसर होने का निर्णय लिया. सम्मेलन में वक्ताओं ने समाज के वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और इसे और अधिक सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं और पहलों का प्रस्ताव रखा. उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने की दिशा में सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया.
सम्मेलन में ये थे मौजूद
कोल्हान स्तरीय एक दिवसीय हो समाज सम्मेलन में विशाल पूर्ति, मोचीराम हेंब्रम, मंगल लुगुन, शिव कुमार हंसदा, संपूर्ण संवैया, पुचु दिग्गी, संजय हांसदा, सुभाष हेंब्रम, शंभू तियू, गीता सुंडी, जितेन पूर्ति, तुराम हेंब्रम, चमरू हेंब्रम, खगेनहेंब्रम समेत काफी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए.