JamshedpurNews : लौहनगरी जमशेदपुर में रह रहे पश्चिम ओडिशा वासी रविवार को नुआंखाई पर्व मनायेंगे. शनिवार को पर्व की पूर्व संध्या पर कुलदेवी मां संबलेश्वरी की आरती व धूप-दीप दिखाकर आह्वान किया और नुआंखाई पर्व में आने का न्योता दिया. साथ अपने आराध्यदेव और पूर्वजों की स्तुति कर आने व परिवार के समस्त लोगों को अपनी कृपा दृष्टि को बनाये रखने का प्रार्थना किया. रविवार को सुबह से ही समाज के लोग स्नान व नये वस्त्र पहनकर कुलदेवी व पूर्वजों की पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा अर्चना कर उन्हें नये अन्न का प्रसाद अर्पित करेंगे. इसके बाद परिवार के लोगों ने एक साथ बैठकर नये अन्न का प्रसाद ग्रहण करेंगे.
नये मिट्टी की हांडी में भोग बनाने की है परंपरा
मां संबलेश्वरी को अर्पित करने के लिए नये अन्न का भोग मिट्टी की नई हाडी में बनाने की परंपरा है. प्रसाद में चूड़ा, गुड़ व नया धान का प्रयोग किया जाता है. पूजा के दौरान कुरे पत्ते का दीया बनाकर पूजा-अर्चना की जायेगी. इसके साथ ही नये अन्न का प्रसाद कुरे पत्ते पर ग्रहण किया जायेगा.
बड़े-बुर्जुगों का लेंगे आशीर्वाद
मां संबलेश्वरी की पूजा अर्चना के बाद पारंपरिक पकवान आड़सा पीठा, मोड़ापीठा व चकिलपीठा का भी लुत्फ उठायेंगे. साथ ही नुआंखाई पर्व पर घर के सभी सदस्य अपने से बड़े-बुजुर्गों को प्रमाण कर आशीर्वाद ग्रहण करेंगे.
संबलेश्वरी मंदिर में उमड़ेगी भीड़
सोनारी स्थित मां संबलेश्वरी शिव मंदिर में समाज के श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा-अर्चना और नई फसल का भोग चढ़ाने के लिए उमड़ेगी. सुबह से ही समाज के लोग परिवार समेत मंदिर पहुंचेंगे. इस दौरान मंदिर में संबलपुरी गीत-संगीत और पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल, लीसान, मुहरी व झाझर की धुन से परिसर गूंजायमानरहेगा.