नशा-मुक्त जिला बनाने को लेकर एसएसपी ने गठित की टीम,नशीले पदार्थ का कारोबार करने वालों की अब खैर नहीं
पूर्वी सिंहभूम जिले को नशा-मुक्त जिला बनाने के लिए जमशेदपुर पुलिस ने अभियान शुरू कर दी है. इसको लेकर जिले के एसएसपी किशोर कौशल ने डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन भी किया है. जिसमें कई पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी और बल को शामिल किया गया है. इस टीम का मुख्य काम अभियान चलाकर नशा का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसना है.
- नशे का सामान कहां से शहर में पहुंच रहा, इसका पता लगाने का निर्देश
- सूचना तंत्र को मजबूत कर नशा कारोबारियों पर कसें शिकंजा : एसएसपी
Jamshedpur Police News: पूर्वी सिंहभूम जिले को नशा-मुक्त जिला बनाने के लिए Jamshedpur police ने अभियान शुरू कर दी है. इसको लेकर जिले के एसएसपी किशोर कौशल ने डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन भी किया है. जिसमें कई पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी और बल को शामिल किया गया है. इस टीम का मुख्य काम अभियान चलाकर drug dealing करने वालों पर शिकंजा कसना है. इसके अलावे सभी डीएसपी और थाना प्रभारियों को भी अलग-अलग कई प्रकार के दिशा-निर्देश दिये गये हैं. जमशेदपुर पुलिस Drugs, brown sugar, marijuana और अन्य नशीले पदार्थ का कारोबार करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जमशेदपुर पुलिस पांच साल से लगातार NDPS ACT के दागियों की सूची तैयार कर रही है. जानकारी देते हुए एसएसपी किशोर कौशल बताया कि जिले को नशा मुक्त बनाने को लेकर टीम का गठन कर लिया गया है. एनडीपीएस एक्ट से संबंधित सभी प्रकार के मामले में काफी कड़ाई से अभियान चलाने और नशा के कारोबार को बंद कराने का आदेश दिया गया है. एसएसपी ने बताया कि हर थाना प्रभारी को एनडीपीएस एक्ट से संबंधित केस की समीक्षा कर उस पर आगे की कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावे brown sugar की बिक्री और कारोबार करने वालों के बारे में पता लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि छापेमारी के दौरान कोई परेशानी न हो, इसको लेकर पड़ाेसी जिले व राज्य की पुलिस से मदद ली जायेगी. आपसी समन्वय को लेकर जमशेदपुर पुलिस ने सीमावर्ती जिले और राज्यों की पुलिस के साथ चर्चा कर ली है. उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला पश्चिम बंगाल और ओडिशा से सटा है. इस वजह से यहां काफी आसानी से नशा का कारोबार होता है.
कहां से पहुंच रहा नशे का सामान, पता लगाने का निर्देश : एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि पुलिस को सूचना तंत्र को मजबूत कर नशे का सामान कहां से आ रहा है और इसका कारोबार शहर में कैसे हो रहा है, पूरी जानकारी लेने का टास्क दिया गया है. इसको लेकर डीएसपी को दिशा-निर्देश भी दिये गये हैं.
अड्डेबाजी वाली जगह पर होगी छापेमारी : अभियान के तहत सभी थाना प्रभारियों को क्षेत्र में अड्डेबाजी वाली जगह को चिन्हित कर उसकी एक सूची बनाने को कहा गया है. किस समय वहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है, भीड़ के दौरान किस-किस प्रकार के लोग जुटते हैं, उन सभी बिंदुओं पर Reporting करने का आदेश दिया गया है. पूरी जानकारी मिलने के बाद उन जगहों को हॉट स्पॉर्ट का नाम देकर वहां छापेमारी की जायेगी. उस दौरान पकड़े गये लोगों को जेल भेजा जायेगा. एसएसपी ने बताया कि नशीले पदार्थ के साथ पकड़े गये लोग लंबे समय तक Jail में बंद रहें, इसको लेकर भी कई योजना बनायी गयी है.