पूर्वी सिंहभूम में होगा 10 टन रागी और मड़ुआ का उत्पादन
किसानों को दिये जायेंगे मुफ्त में बीज, 2000 क्विंटल अनाज के पैदावार का लक्ष्य
प्रमुख संवाददाता, जमशेदपुर
मॉनसून के पहले किसानों के बीज का वितरण का काम पूरा कर देने की तैयारी की गयी है. इसके तहत जिले में सबसे ज्यादा जोर अनाज के पैदावार पर है. वैसे तो खेती में कई लोग अभी फल, फूल और अन्य उत्पादों का भी उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन अनाज का पैदावार जिले में ज्यादा हो, इसके लिए भी कोशिशें की जा रही है. जिले में धान की पैदावार को बढ़ाने के लिए इस साल का लक्ष्य है कि 1600 क्विंटल की पैदावार किया जाये, जो ए़एससी, एनसीसीएफ, एचआरएल इंडिया लिमिटेड के जरिये किसानों को बीज वितरित किया जायेगा.धान के लिए लैंपस के माध्यम से बीज दिये जा रहे हैं, जिसके तहत पटमदा लैंपस से 100 क्विंटल, घाटशिला लैंपस के जरिये 150 क्विंटल, चाकुलिया लैंपस के जरिये 500 क्विंटल और आसनबनी लैंपस से 100 क्विंटल बीज का वितरण किया जाना है. इसमें से अब तक 148.4 क्विंटल का वितरण हो चुका है, बाकी 701.6 क्विंटल का वितरण का काम चल रहा है. इसी तरह जिले में अरहर की पैदावार के लिए 100 क्विंटल, ग्राउंडनट (मूंगफली) 100 क्विंटल दिया जायेगा. वहीं मक्का का बीज 100 क्विंटल का वितरण किया जाना है. इस बार 50 फीसदी सब्सिडी पर बीज दिये जा रहे हैं. वहीं रागी और मड़ुआ की पैदावार को बढ़ावा देने के लिए बीज का वितरण मुफ्त किया जा रहा है, जिसके जरिये 10-10 टन बीज वितरित किया जा रहा है. मोटे अनाज के बढ़ते डिमांड को देखते हुए यह कदम उठाये जा रहे हैं. इसके अलावा लोगों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है