कैदियों का पढ़ा-लिखा होना जरूरी

घाघीडीह जेल. 15 अगस्त से अंगूठा नहीं, कागजात पर हस्ताक्षर करेंगे बंदी जमशेदपुर : 15 अगस्त 2017 से घाघीडीह जेल में नया नियम लागू होने जा रहा है. अब कैदियों को किसी भी कागजात आदि पर अंगूठे का निशान लगाने की जगह हस्ताक्षर करना अनिवार्य होगा. इसे लेकर बंदियों को अलर्ट जारी किया गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2017 4:17 AM

घाघीडीह जेल. 15 अगस्त से अंगूठा नहीं, कागजात पर हस्ताक्षर करेंगे बंदी

जमशेदपुर : 15 अगस्त 2017 से घाघीडीह जेल में नया नियम लागू होने जा रहा है. अब कैदियों को किसी भी कागजात आदि पर अंगूठे का निशान लगाने की जगह हस्ताक्षर करना अनिवार्य होगा. इसे लेकर बंदियों को अलर्ट जारी किया गया है. निरक्षर बंदियों को जेल में चल रहे विद्यालय में आकर नि:शुल्क नामांकन करने को कहा है गया है. विद्यालय में नामांकन के दौरान उम्र आड़े नहीं आयेगी. मैट्रिक में 70 व इंटर में 40% बंदी हुए सफल. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) के माध्यम से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में घाघीडीह सेंट्रल जेल के बंदियों ने इस साल बेहतर प्रदर्शन किया है.
उनका रिजल्ट मैट्रिक में 70 और इंटरमीडिएट में 40 प्रतिशत रहा. चार बंदी राजीव, शंकर, लक्ष्मण और कमरूद्दीन को परीक्षा में 60 प्रतिशत से ज्यादा अंक मिले है. घाघीडीह सेंट्रल जेल में सजा काट रहे 51 बंदी मैट्रिक और 29 इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुए थे. परीक्षा देने वालों में चार नक्सली भी थे. दो महिला नक्सलियों ने मैट्रिक और एक ने इंटर की परीक्षा दी थी. बंदी कुणाल जेना और प्रोफेसर गोविंद झा ने बंदियों के बीच साक्षरता अभियान चलाया था जिनके प्रयास को जेल प्रशासन ने समुचित सहयोग दिया.

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