जीएसटी को लेकर विरोध: जुगसलाई में आंशिक बंदी, बिष्टुपुर बेअसर
जमशेदपुर : वस्त्र व्यापार काे जीएसटी के दायरे में लाये जाने के विराेध में जमशेदपुर थाेक वस्त्र विक्रेता संघ द्वारा आहूत बंदी का गुरुवार काे खास असर नहीं देखने काे मिला. जुगसलाई में पहले बेला कुछ दुकानें बंद रही. साकची, बिष्टुपुर, गाेलमुरी समेत अन्य क्षेत्राें में इसका कुछ असर नहीं दिखा. ईद का बड़ा बाजार […]
जमशेदपुर : वस्त्र व्यापार काे जीएसटी के दायरे में लाये जाने के विराेध में जमशेदपुर थाेक वस्त्र विक्रेता संघ द्वारा आहूत बंदी का गुरुवार काे खास असर नहीं देखने काे मिला. जुगसलाई में पहले बेला कुछ दुकानें बंद रही. साकची, बिष्टुपुर, गाेलमुरी समेत अन्य क्षेत्राें में इसका कुछ असर नहीं दिखा. ईद का बड़ा बाजार हाेने के कारण दुकानदाराें ने बंदी से खुद काे दूर रखने का फैसला किया. दूसरी आेर जमशेदपुर थाेक वस्त्र विक्रेता संघ ने बंद काे पूर्ण सफल बताया है.
जुगसलाई जैसे प्रमुख वस्त्र व्यापार क्षेत्र में कपड़े की दुकानें सुबह नहीं खुली. सुबह संघ के सभी सदस्य संघ के पूर्व अध्यक्ष नवल किशोर बरनवाल के नेतृत्व में जुगसलाई में जमा हुए आैर क्षेत्र का भ्रमण किया. व्यापारियों का दल बिष्टुपुर पहुंचा, जिसके बाद साकची में दुकानदाराें से बंद काे सहयाेग करने की अपील की. व्यापारियों ने उन्हें पूर्ण समर्थन दिया.
संघ के पूर्व अध्यक्ष नवल किशोर बरनवाल ने बंद काे सफल बनाने के लिए व्यापारियाें काे साधुवाद किया आैर भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार रहने काे आह्वान किया. दुकानदारों ने लोकतांत्रिक तरीके से विराेध दर्ज कराने का निर्णय लिया है. बंद काे सफल बनाने में कैलाश काबरा, अनिल मोदी, स्वरुप गोलछा, प्रदीप बिदासरिया, ब्रज किशोर बरनवाल, अशोक सरायवाला, संजय सरायवाला, नरेश दवे, संजय अग्रवाल, संतोष छापोलिया, अनिल छापोलिया, बबलू सारस्वत, राजकुमार सारस्वत, दिनेश काबरा, पंकज पाडिया, पिंटू अग्रवाल, राजकुमार सारस्वत, अनिल चौधरी, सुरेश सरायवाला, आनंद अग्रवाल समेत काफी व्यापारी उपस्थित थे.