झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले प्रशांत रंगनाथन ने शानदार उपलब्धि दर्ज की है. झारखंड के इस बेटे के नाम पर एक छोटे ग्रह का नाम रखा जायेगा. प्रशांत कारमेल जूनियर कॉलेज के 12वीं के छात्र हैं. प्रशांत ने यह सफलता इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर (इंटेल आइएसइएफ) में गोल्ड मेडल जीत कर हासिल की और देश के साथ-साथ झारखंड का भी नाम रोशन किया है.
प्रभात खबर डॉट कॉम की ओर से संदीप सावर्ण ने 17 साल के इस छात्र से विशेष बातचीत की है. बातचीत के क्रम में प्रशांत ने अपनी सफलता की कहानी बयां की. इस वीडियो में आप प्रशांत की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी सुन सकते हैं. प्रशांत की उपलब्धि के लिए मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) के लिंकन लैबरेटरी ने एक ग्रह का नाम प्रशांत के नाम पर रखने की घोषणा की है.
किस ग्रह के नाम होगा प्रशांत के नाम पर
मार्श और जूपिटर के बीच का एक छोटा ग्रह है. छोटे ग्रहों का नाम रखने का अधिकार लिंकन लेबरेटरी के पास है. इसे लेकर लिंकन लेबरेटरी ने प्रशांत को अधिकारिक रूप से एक ई-मेल भी किया है. इससे पूर्व प्रशांत रंगनाथन को टीम इंडस द्वारा लैब टू मून प्रोजेक्ट में भी पूरे विश्व में टॉप 25 में स्थान मिला था. जिस प्रोजेक्ट के तहत उसने यह खोज की थी कि अंतरिक्ष पर भी गेंहू की खेती की जा सकती है.
8000 अमेरिकी डॉलर का मिला है पुरस्कार
अमेरिका में हुए इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में उसे इन्वायरनमेंट इंजीनियरिंग श्रेणी में अव्वल स्थान हासिल हुआ है. इसके अलावा भी उसे दो अलग-अलग कैटेगरी में पुरस्कार मिला है. इस सफलता के बाद उसे उक्त संस्था द्वारा 8000 अमेरिकी डॉलर बतौर पुरस्कार के रूप में दिया गया. जबकि जमशेदपुर के कारमेल जूनियर कॉलेज प्रबंधन को इसके लिए 1000 डॉलर का पुरस्कार दिया गया.