दलमा के हाथियों में बढ़ा एंथ्रेक्स फैलने का खतरा, अलर्ट
नजरअंदाज करने से हो सकती है भयावह स्थिति, दो पालतू हाथी को दिया गया टीका जमशेदपुर : दलमा के हाथियों में एंथ्रेक्स फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है. पलामू समेत राज्य के अन्य वन्य प्राणी आश्रयणी के जानवरों में इस तरह की बीमारी पायी जा रही है. दलमा हाथियों का ही अभ्यारण्य है. इस […]
नजरअंदाज करने से हो सकती है भयावह स्थिति, दो पालतू हाथी को दिया गया टीका
जमशेदपुर : दलमा के हाथियों में एंथ्रेक्स फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है. पलामू समेत राज्य के अन्य वन्य प्राणी आश्रयणी के जानवरों में इस तरह की बीमारी पायी जा रही है. दलमा हाथियों का ही अभ्यारण्य है. इस लिहाज से यह एंथ्रेक्स के मामले में काफी संवेदनशील माना जाता है. इसी को देखते हुए दलमा में अलर्ट किया गया है, लेकिन इसको लेकर अब तक वन विभाग के अधिकारी ज्यादा संवेदनशीलता नहीं दिखा रहे हैं.
माकुलाकोचा में दो हाथियों को दे दिया गया है टीका, उसके बाद से चुप्पी. वर्तमान में दलमा के नीचे स्थित माकुलाकोचा में दो पालतू हाथियों को एंथ्रेक्स का टीका दिया गया है. एंथ्रेक्स को लेकर एलर्ट भी जारी किया गया है, लेकिन सिवाय इन दो पालतू हाथियों को टीका देने के अलावा कोई भी अलर्ट नहीं दिख रहा है.
पैर टूटने के कारण हुई थी हाथी की मौत. बंगाल की सीमा से सटे घाटशिला प्रखंड के चेकाम बिदीगोड़ा जंगल में पानी के लिए भटक रहे आठ हाथियों के दल में शामिल डेढ़ माह के बच्चा हाथी की मई में हुई मौत पैर टूट जाने की वजह से हुई थी. यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हुई है.
एंथ्रेक्स को लेकर यहां डर नहीं है. वैसे हम लोग अलर्ट हैं. चूंकि यहां के हाथी बंगाल और ओड़िशा की ओर चले जाते हैं, इस कारण हाथियों में यह बीमारी हो सकती है.
-शबा आलम अंसारी, डीएफओ, धालभूम
एंथ्रेक्स को लेकर हम लोग हाई अलर्ट पर हैं. रुटीन चेक अप के साथ-साथ टीका भी दिया जा रहा है. इसके लिए जानवरों के विशेषज्ञों को भी लगाया गया है.
-आरपी सिंह, वन क्षेत्र पदाधिकारी, दलमा