गरीबी से लड़ रहा था संजय, मेहनत से नहीं हटता था पीछे

कुचाई में गुरुवार की रात अगवा किये गये संजय उर्फ राेहित का शव आज पहुंचेगा नागाडीह जमशेदपुर : बागबेड़ा थाना अंतर्गत नागाडीह गांव में रहनेवाले उपकार स्टुडियाे के संचालक संजय हांसदा उर्फ राेहित के शव साेमवार काे उसके घर पहुंचेगा. सरायकेला स्थित अंत्यपरीक्षण गृह में सुबह पाेस्टमार्टम के बाद पुलिस शव काे परिवार काे साैंप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2017 4:35 AM

कुचाई में गुरुवार की रात अगवा किये गये संजय उर्फ राेहित का शव आज पहुंचेगा नागाडीह

जमशेदपुर : बागबेड़ा थाना अंतर्गत नागाडीह गांव में रहनेवाले उपकार स्टुडियाे के संचालक संजय हांसदा उर्फ राेहित के शव साेमवार काे उसके घर पहुंचेगा. सरायकेला स्थित अंत्यपरीक्षण गृह में सुबह पाेस्टमार्टम के बाद पुलिस शव काे परिवार काे साैंप देगी. घटना के बाद से परिवार के लाेग काफी सहमे में हैं. उन्हें अब आगे की जिंदगी अंधेरे में लग रही है. संजय हांसदा ही घर में इकलाैता कमानेवाला था. स्वाभाव से वह काफी मिलनसार था, इसलिए उसे लाेग जहां भी मेला लगता था, स्टुडियाे लगाने के लिए अपने साथ लेकर जाते थे. बागबेड़ा थाना अंतर्गत नागाडीह गांव में देर रात उसके परिवार के सदस्याें से प्रभात खबर ने मुलाकात की.
मृतक की भतीजी पिंकी मुंडा (18) आैर भगिनी साेनिया सरदार (25) ने बताया कि वे लाेग रविवार काे ही घर लाैटे हैं. दाे दिनाें से लगातार संजय अंकल की तलाश में कुचाई के जंगल-पहाड़ तलाश रहे थे. संजय हांसदा की पत्नी भी शुक्रवार से पुलिस के साथ ही जंगल-जंगल में पति के जिंदा हाेने की तलाश कर रही थी. घर पर संजय हांसदा की बड़ी मां है. इस घटना की बाद से उनकी तबीयत काफी खराब हाे गयी. घर पर काेई नहीं है, जाे उन्हें इलाज के लिए ले जा सके.
संजय हांसदा के दाे बेटे हैं. दाेनाें ही काफी छाेटे हैं. एक बेटे के नाम राेहित है. संजय काे भी लाेग राेहित के नाम से ही पुकारते थे. नागाडीह पानी टंकी के पास रहनेवाले संजय हांसदा के बारे में स्थानीय लाेगाें ने बताया कि वह काफी कुशल व्यवहार का मेहनती युवक था. काफी गरीब था, हाल ही में उसने एक झाेपड़ीनूमा घर का निर्माण शुरू किया था.

Next Article

Exit mobile version