बर्निंग घाट के मैनेजर की हत्या

जमशेदपुर : बिष्टुपुर पार्वती घाट के मैनेजर सरोजित सरकार (55) की उसके ही पूर्व कर्मचारी भरत गौड़ ने शनिवार को उस्तरा से गला रेत कर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी भरत ने जुगसलाई थाने में जाकर सरेंडर कर दिया. बताया जा रहा है कि एक वर्ष पूर्व सरोजित ने भरत को काम से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2017 1:34 AM

जमशेदपुर : बिष्टुपुर पार्वती घाट के मैनेजर सरोजित सरकार (55) की उसके ही पूर्व कर्मचारी भरत गौड़ ने शनिवार को उस्तरा से गला रेत कर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी भरत ने जुगसलाई थाने में जाकर सरेंडर कर दिया. बताया जा रहा है कि एक वर्ष पूर्व सरोजित ने भरत को काम से हटा दिया था, इसी खुन्नस में उसने घटना को अंजाम दिया.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिदगोड़ा बागुनहातु पर निवासी सरोजित रजिस्टर की जांच कर रहे थे, उसी बीच भरत अाया और बातचीत करते हुए जेब से अस्तूरा निकालकर सरोजित का गला रेत दिया. सरोजित भागते हुए कार्यालय से बाहर आकर गिर पड़े तो भरत ने वहां भी अस्तूरे से दो-तीन वार किये और भाग निकला. लहूलुहान सरोजित को लेकर घाट के कर्मचारी टीएमएच पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद मौके पर पहुंचे जुगसलाई थाना प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद ने मामले की छानबीन की. पुलिस ने भरत के पास से खून लगा कपड़ा और अस्तूरा बरामद कर लिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया. पोस्टमार्टम के बाद सरोजित का अंतिम संस्कार पार्वती घाट पर ही कर दिया गया.
पार्वती घाट के कर्मचारियों के अनुसार, वहां सफाई कर्मचारी रहे भरत गौड़ को काम के दौरान ज्यादा शराब पीने के कारण एक वर्ष पूर्व सरोजित ने काम से हटा दिया था. इस बात को लेकर पहले भी दोनों में विवाद हुआ था. उसने उसी खुन्नस में आकर घटना को अंजाम दिया है.
बॉक्स…
30 वर्षों से काम कर रहे थे सरोजित
पार्वती घाट कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद देबुका ने बताया कि सरोजित सरकार पार्वती घाट पर पिछले 30 वर्षों से काम कर रहे थे. काम के दौरान आज तक उनका व्यवहार खराब नहीं पाया गया. घाट पर वे जरूरतमंद लोगों की मदद भी करते थे. साथ ही पार्वती घाट का पूरा रख रखाव का जिम्मा भी उनका ही था. सरोजित का एक बेटा और एक बेटी है. बेटा शुभोदीप सरकार प्राइवेट नौकरी करता है, जबकि बेटी इंटर में पढ़ती है.
जमशेदपुर. काम से हटाये जाने से नाराज था आरोपी
जिस घाट पर किया 30 साल काम उसी घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

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