पाइप लाइन का सर्वे शुरू जलापूर्ति. एजेंसी को सर्वेक्षण में लगेंगे ढाई माह

सर्वे के बाद डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा. सर्वे के लिए कुल 10 टीमें लगायी गयी हैं आदित्यपुर : राज्य सरकार की झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी (जुइडको) आदित्यपुर शहर में अगले 30 साल की आबादी के अनुसार जलापूर्ति की व्यवस्था करने वाली है. जुइडको ने जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2017 1:34 AM

सर्वे के बाद डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा. सर्वे के लिए कुल 10 टीमें लगायी गयी हैं

आदित्यपुर : राज्य सरकार की झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी (जुइडको) आदित्यपुर शहर में अगले 30 साल की आबादी के अनुसार जलापूर्ति की व्यवस्था करने वाली है. जुइडको ने जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने के लिए सबसे पहले डीपीआर बनवाने के लिए सर्वेक्षण करवा रही है. सर्वेक्षण कर डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी कंपनी आइडेक नामक कंपनी को दी है. यह कंपनी ढाई माह में सर्वेक्षण पूरा करेगी. इसके बाद डीपीआर तैयार किया जायेगा. सर्वे के लिए एजेंसी की ओर से पूरे शहर में दस टीमों को लगाया गया. आदित्यपुर में 36 हजार मकान हैं. उनमें से मात्र करीब 7.5 हजार घरों में ही जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन कनेक्शन है.
दो प्रकार के सर्वे शुरू
आइडेक के मैनेजर (टेक्निकल ऑपरेशन) वितेश कुमार ने बताया कि पिछले माह से दो प्रकार के सर्वे शुरू किये गये हैं. इसमें कुछ टीम पानी की कमी, उसकी जरूरत व वर्तमान व्यवस्था में सुधार को लेकर सर्वेक्षण कर रही है. दूसरी ओर कुछ टीम तकनीकी सर्वे कर रही है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि कहां-कहां से पानी की पाइप ले जायी जा सकती है. जमीन की ऊंचाई कितनी है? इसके अलावा कई प्रकार की जांच भी होनी है. पानी के स्त्रोत व पानी की गुणवत्ता की भी जानकारी एकत्र की जा रही है. साथ ही पाइप, पम्म व मोटर आदि की आवश्यकता व उनकी लागत का आकलन किया जायेगा. इसके बाद जुइडको को डीपीआर बनाकर दिया जायेगा. सर्वे पूरा होने के बाद पता चलेगा कि डीपीआर की राशि क्या होगी. वैसे सर्वे में अमुमन ढाई माह का समय लगता है, लेकिन कंपनी की ओर से निर्देश है कि अधिक से अधिक मैन पावर लगाकर इसे कम समय में पूरा कर लेना है.

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