शहर में डेंगू का आतंक अस्पतालों में बेड फुल
जमशेदपुर : डेंगू का ऐसा खौफ शहर के लोगों पर छाया है कि हर बुखार को डेंगू समझ उसकी जांच कर रहे. प्लेटलेट्स में कुछ कमी होते ही डॉक्टर पर एडमिट करने का दबाव डाला जा रहा है. नतीजा है कि शहर के लगभग सभी अस्पतालों में बेड फुल हो गये हैं. डेंगू से पीड़ित […]
जमशेदपुर : डेंगू का ऐसा खौफ शहर के लोगों पर छाया है कि हर बुखार को डेंगू समझ उसकी जांच कर रहे. प्लेटलेट्स में कुछ कमी होते ही डॉक्टर पर एडमिट करने का दबाव डाला जा रहा है. नतीजा है कि शहर के लगभग सभी अस्पतालों में बेड फुल हो गये हैं. डेंगू से पीड़ित सबसे अधिक मरीज टीएमएच में भरती है. बेड फुल होने के कारण नये मरीजों को भरती नहीं लिया जा रहा. वहीं कांतिलाल, मर्सी, टेल्को अस्पताल में भी डेंगू मरीजों की संख्या अधिक है वहां भी बेड की कमी हो गयी है.
अब मरीज निजी प्राइवेट नर्सिंग होम व सरकारी अस्पतालों में जा रहे है. डॉक्टरों के अनुसार प्रतिदिन 8 से 10 लोग हर अस्पताल में इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. इसमें तीन से चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है.
सिर्फ एमजीएम में जांच, नहीं खुला आइसोलेशन वार्ड : पूरे जिला में सिर्फ एमजीएम अस्पताल में ही डेंगू की जांच होती है. एलाइजा जांच से डेंगू की पुष्टि की जाती है. तेजी से डेंगू के मरीज मिलने के बावजूद एमजीएम में आइसुलेशन वार्ड तक नहीं खोला गया है. इससे डेंगू के मरीजों को रखने में परेशान हो सकती है.