डीआरएम छत्रसाल सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समिति सदस्यों ने यात्री सुविधाओं में वृद्धि, स्टेशनों पर ढांचागत विकास एवं इसमें उत्पन्न हाे रही बाधाअों को दूर करने, रेल भूमि में अतिक्रमण की समस्या समेत ट्रेनों में आम यात्रियों के साथ दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को होने वाली परेशानियों को रखा. समिति सदस्यों ने ट्रेनों का फेरा बढ़ाने व विस्तार की मांग की. डीआरएम श्री सिंह ने मंडल स्तर से पूर्ण होने वाली मांगों पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया.
राउरकेला चैंबर ऑफ कॉमर्स व इंडस्ट्री के प्रतिनिधि अालोक एम लोसाल्का ने कहा कि कोरापुट-हावड़ा संबलेश्वरी एक्सप्रेस की पुराने एसी कोच को बदला जाये. साथ ही राउरकेला-भुवनेश्वर राजरानी एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने, शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस में एसी कोच बढ़ाने, राजगांगपुर में पुणे-हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस व हटिया-यशवंतपुर का ठहराव देने, बिलासपुर-बिकानेर स्पेशल ट्रेन को बिलासपुर से राउरकेला तक व रांची-नयी दिल्ली गरीब रथ एक्सप्रेस को रांची से राउरकेला तक विस्तार करने का सुझाव दिया.
इस मौके पर कंज्यूमर प्रोटेक्शन ऑर्गनाइजेशन जमशेदपुर के प्रतिनिधि प्रमोद कुमार, झारसुगुड़ा अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के प्रतिनिधि आरके दास, बिरसा मुंडा वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव अनय चौधरी एवं सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधि प्रभाकर सिंह ने भी अपने सुझाव दिये.