कंपनी परिसर में आमसभा: अब टीएमएल एंड ड्राइवलाइन वर्कर्स यूनियन

जमशेदपुर : बुधवार को टाटा मोटर्स कंपनी परिसर में आयोजित टीएमएल एंड ड्राइवलाइन वर्कर्स यूनियन की आमसभा में कुल 3936 सदस्यों ने टाटा मोटर्स और टीएमएल कंपनी की अधिकृत यूनियन के रूप में टीएमएल एंड ड्राइवलाइन वर्कर्स यूनियन पर मुहर लगा दी. टाटा मोटर्स में करीब 3600 जबकि टीएमएल ड्राइवलाइन में 1495 मजदूर हैं, जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2017 8:53 AM
जमशेदपुर : बुधवार को टाटा मोटर्स कंपनी परिसर में आयोजित टीएमएल एंड ड्राइवलाइन वर्कर्स यूनियन की आमसभा में कुल 3936 सदस्यों ने टाटा मोटर्स और टीएमएल कंपनी की अधिकृत यूनियन के रूप में टीएमएल एंड ड्राइवलाइन वर्कर्स यूनियन पर मुहर लगा दी. टाटा मोटर्स में करीब 3600 जबकि टीएमएल ड्राइवलाइन में 1495 मजदूर हैं, जो यूनियनों के सदस्य हैं. कुल 5095 में से 3936 सदस्यों ने सदस्यता लेने के बाद आमसभा में मुहर लगायी.
इसी आमसभा में यूनियन का अध्यक्ष पद पर गुरमीत सिंह तोते और महामंत्री के तौर पर आरके सिंह को आसीन कराया गया. तय एजेंडे के अनुसार हुई आमसभा : दिन के डेढ़ बजे टाटा मोटर्स जेनरल ऑफिस के बगल में स्थित ओल्ड कैंटीन में तय एजेंडा के आधार पर आमसभा की शुरुआत हुई. यूनियन के महामंत्री आरके सिंह ने स्वागत संबोधन में यूनियन के सलाहकार प्रवीण कुमार सिंह और सदस्यों का स्वागत किया गया और नये यूनियन सदस्य बनने के लिए आवेदन देने की जानकारी दी. श्री सिंह ने सभा की अध्यक्षता के लिए एमएन राव से आग्रह किया. एमएन राव अध्यक्षता करते हुए प्रवीण सिंह को विचार रखने के लिए बुलाया. श्री सिंह ने एकता की पृष्टभूमि पर अपने विचार रखे. इसके बाद अनिल कुमार शर्मा को श्री राव ने मंच संचालन की जिम्मेदारी सौंपी. अनिल कुमार शर्मा ने मंच संचालन करते हुए बारी-बारी से एजेंडा प्रस्तुत किया जिसे ध्वनि मत से पारित गया. इस दौरान कुल सात एजेंडा पारित किये गये.
आगे हैं कई चुनौतियां
दोनों ही यूनियनों का विलय कर दिया गया है. लेकिन अभी और भी चुनौतियों को इस कमेटी को पार करना है. गुरमीत सिंह तोते और आरके सिंह को मिलकर चुनाव में आगे बढ़ना है, जिसके लिए फूंक-फूंककर काम करना होगा.
चुनौतियां : सबसे पहले श्रम विभाग से नयी यूनियन की मान्यता के साथ ही इसकी सदस्यता और आमसभा को मंजूरी लेनी होगी. साथ ही मैनेजमेंट से अाधिकारिक मंजूरी लेनी होगी. बोनस और ग्रेड रिवीजन सिर पर है. ग्रेड रिवीजन में देर होगी तो अग्रिम वेज रिवीजन की राशि दिलाने पर बातचीत करनी होगी. हाईकोर्ट में सुनवाई की स्थिति है, जिसको अमलेश रजक और प्रकाश सिंह ने चुनौती दी है. सदस्यता को संपूर्ण करना है ताकि हर कर्मी समाहित हो सके.

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