..मां के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या होगी
बुगी-वुगी किड्स चैंपियनशिप में अभिषेक को विजेता बनते देखा शहरवासियों ने जमशेदपुर : रविवार रात साढ़े आठ बजे टीवी पर जब अभिषेक राबर्ट डांस परफॉर्म कर रहा था, तो उसकी दादी, पिता, बड़ी मां-पिता तालियां बजा रहे थे. रविवार को बुगी-वुगी किड्स चैंपियनशिप के विजेता अभिषेक सिन्हा के ग्रांड फिनाले शो का प्रसारण देखने के […]
बुगी-वुगी किड्स चैंपियनशिप में अभिषेक को विजेता बनते देखा शहरवासियों ने
जमशेदपुर : रविवार रात साढ़े आठ बजे टीवी पर जब अभिषेक राबर्ट डांस परफॉर्म कर रहा था, तो उसकी दादी, पिता, बड़ी मां-पिता तालियां बजा रहे थे. रविवार को बुगी-वुगी किड्स चैंपियनशिप के विजेता अभिषेक सिन्हा के ग्रांड फिनाले शो का प्रसारण देखने के लिए उसके काशीडीह लाइन नंबर सात में परिवार के लोग टीवी के सामने चिपके हुए थे.
अपार खुशी दी पोते ने: दादी
अभिषेक उर्फ शंटू की दादी मीरा देवी ने बताया कि परिवार के लोगों को आसमां पर खड़ा करने का काम उनके पोते ने किया है. रिश्तेदारों सहित दूर-दराज से चाहने वालों के लगातार फोन आ रहे हैं. हमें अब उसका इंतजार है. मैं उसे गोद में बैठा कर जी भर कर प्यार करूंगी. शंटू की इस सफलता के पीछे सिर्फ और सिर्फ उसकी मां सोमिता सिन्हा की मेहनत है.
बहुत खुश हूं : मां
अभिषेक की मां सोमिता ने प्रभात खबर से कहा कि एक मां के लिए इससे बड़ी खुशी की क्या बात हो सकती है कि उसका बेटा पास हो गया. बहुत खुश हूं, खुशी के शब्द नहीं है. कई बार तो ऐसा होता था कि ट्रेनिंग पर जाना है, काम से घर लौटती थी, खाना भी नहीं खाती थी, उसे लेकर चल पड़ती थी.
मशहूर जिमनास्ट रहे हैं पिता मनोज कुमार
अभिषेक के पिता मनोज कुमार सिन्हा जमशेदपुर के पुराने जिमनास्ट रहे हैं. बंगाल क्लब से लेकर कई आयोजनों में उन्होंने हैरत अंगेज कारनामे दिखाये, जिसके लोग कायल रहे. उन्हें योगासन में 1973 मे गोल्ड मेडल मिला था. उनकी कला से खुश होकर टाटा कंपनी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक रूसी मोदी उन्हें हवाई जहाज में सोनारी से बैठाकर शहर का चक्कर लगाया था.
स्वतंत्रता सेनानी का पोता है शंटू
अभिषेक सिन्हा की दादी मीरा देवी ने बताया कि उसके पति (स्व.) बीएन सिन्हा स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं. वे पटना में सक्रिय थे. इसके बाद जमशेदपुर आये और टिस्को में रोलिंग मिल 1 में नौकरी मिली.