छत का गिर रहा प्लास्टर, बच्चे पढ़ रहे बरामदे में

पटमदा : पटमदा प्रखंड व बीआरसी भवन से मात्र एक किमी दूर स्थित प्राथमिक विद्यालय पाथरडीह की जर्जर छत की वह से कभी भी दुर्घटना घट सकती है. दो कमरे वाले इस विद्यालय की छत से बारिश में पानी चूता है अौर अक्सर छत की ढलाई से कंक्रीट गिरता रहता है. शुक्रवार को जर्जर कमरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2017 9:41 AM
पटमदा : पटमदा प्रखंड व बीआरसी भवन से मात्र एक किमी दूर स्थित प्राथमिक विद्यालय पाथरडीह की जर्जर छत की वह से कभी भी दुर्घटना घट सकती है. दो कमरे वाले इस विद्यालय की छत से बारिश में पानी चूता है अौर अक्सर छत की ढलाई से कंक्रीट गिरता रहता है. शुक्रवार को जर्जर कमरे को छोड़ बाहर बरामदा में पठन-पाठन कर रहे बच्चों के बगल में छत का कंक्रीट गिरा. इससे बच्चे बाल-बाल बच गये.

पाथरडीह स्कूल को लेकर बार- बार शिकायत के बाद भी इसकी मरम्मत की दिशा में पहल नहीं की गयी है. स्कूल के हेडमास्टर रवि नरेश ने बताया कि 1969 में स्थापित पाथरडीह स्कूल में भवन के साथ साथ टेबुल कुर्सी तक की सुविधा नहीं है. बच्चे जहां पठन पाठन करते है वहीं बगल में योगा करते हैं. पाथरडीह स्कूल में 67 बच्चे हैं.

पाथरडीह के बुद्धेश्वर महतो ने कहा कि बच्चों के पठन पाठन की असुविधाअों को देखते हुए स्कूल प्रबंधन कमेटी, अभिभावक, वार्ड सदस्य व ग्राम प्रधान के संयुक्त तत्वावधान में पिछले सात वर्षों से लगातार बीर्इअो से लिखित शिकायत की जा रही है. लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.

Next Article

Exit mobile version