टाटा मोटर्स : तोते-आरके के लिए ग्रेड कराना चुनौती

जमशेदपुर : टीएमएल एंड ड्राइव लाइंस वर्कर्स यूनियन के नवनियुक्त अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते और महामंत्री आरके सिंह के लिए टाटा मोटर्स के कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन कराना बड़ी चुनौती होगी. दोनों नेताओं को प्रबंधन के साथ बेहतर समन्वय बनाते हुए कर्मचारियों की अपेक्षा को पूरा करना होगा, ऐसा नहीं होने पर कमेटी मेंबरों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2017 4:36 AM

जमशेदपुर : टीएमएल एंड ड्राइव लाइंस वर्कर्स यूनियन के नवनियुक्त अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते और महामंत्री आरके सिंह के लिए टाटा मोटर्स के कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन कराना बड़ी चुनौती होगी. दोनों नेताओं को प्रबंधन के साथ बेहतर समन्वय बनाते हुए कर्मचारियों की अपेक्षा को पूरा करना होगा, ऐसा नहीं होने पर कमेटी मेंबरों की नाराजगी बढ़ सकती है. 2013 के ग्रेड रिवीजन में कर्मचारियों को न्यूनतम 7530 रुपये और अधिकतम 9052 रुपये का लाभ मिला था.

टाटा मोटर्स के अन्य प्लांट में एमओपी लागू हो चुका है. मदर प्लांट में एमओपी पर यूनियन दो खेमाें में बंटी है. एक खेमा पक्ष तो दूसरा खेमा इसका विरोध करते रहें हैं. एमओपी लागू होने पर प्रोडक्शन और नन प्रोडक्शन क्षेत्र अलग-अलग रहेंगे या एक साथ यह भी स्पष्ट नहीं है.

आइओडब्ल्यू और आइओडी को तय कराना : आइओडब्ल्यू (इंजर्ड ऑन वर्क) और आइओडी (इंज्यूरी ऑन ड्यूटी ) को लेकर हमेशा से विवाद रहा है. दोनों ही मामलों में मृत्यु पर परिवार को स्थायी नौकरी दिलाने की मांग उठती रही हैं. गंभीर बीमारी के इलाज की सीमा 4 लाख से बढ़ा 8 लाख कराना, डीए प्वाइंट दो रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये कराना, पिछले तीन ग्रेड रिवीजन समझौता में एडिशनल इनसेंटिव प्रोडक्शन के आधार पर तय करना, मूल वेतन में बढ़ोतरी, नाइट एलाउंस शुरू कराना, स्थायी प्रवृत्ति का काम स्थायी कर्मियों से सुनिश्चित करना शामिल है.

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