किसान प्रति डिसमिल 10 हजार लेने पर अड़े
तुरामडीह टेलिंग पौंड टूटने से हुई क्षति के लिए ग्रामीण मांग रहे हैं मुआवजा, करीब 80 ग्रामीण वार्ता में शामिल जमशेदपुर : यूसिल की तुरामडीह इकाई का टेलिंग पौंड भारी बारिश की वजह सोमवार को पश्चिम छोर में पहाड़ी के पास टूट गया. इससे प्रोसेसिंग प्लांट से निकले हजारों टन कचरा खेतों और तालाबों में […]
तुरामडीह टेलिंग पौंड टूटने से हुई क्षति के लिए ग्रामीण मांग रहे हैं मुआवजा, करीब 80 ग्रामीण वार्ता में शामिल
जमशेदपुर : यूसिल की तुरामडीह इकाई का टेलिंग पौंड भारी बारिश की वजह सोमवार को पश्चिम छोर में पहाड़ी के पास टूट गया. इससे प्रोसेसिंग प्लांट से निकले हजारों टन कचरा खेतों और तालाबों में चला गया. इससे करीब 100 किसानों के 150 एकड़ जमीन में कचरा फैलने का अनुमान है. फसल बरबाद होने से ग्रामीणों में रोष है. प्रभावित लोगों ने यूसिल प्रबंधन से मुआवजा देने की मांग की है. शाम में तुरामडीह आइआर बिल्डिंग में क्षतिपूर्ति राशि को लेकर
यूसिल प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच वार्ता बुलायी गयी. वार्ता में ग्रामीणों ने 10 हजार रुपये प्रति डिसमिल मुआवजा देने की मांग को रखी. घंटों बातचीत के बाद भी क्षतिपूर्ति राशि को लेकर खिंचतान की स्थिति रही. ग्रामीण प्रति डिसमिल 10 हजार रुपये से कम रुपये लेने को तैयार नहीं थे. इस वजह से वार्ता को बीच में एक बार टूट गयी. वार्ता को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया. इसी बीच प्रबंधन व ग्रामीणों ने अपने-अपने प्रतिनिधियों से रायशुमारी की. वार्ता देर रात तक चल रही थी. वार्ता में यूसिल प्रबंधन की ओर से चीफ पर्सनल एसके शर्मा, पर्सनल मैनेजर- एस पांडा, डीजीएम सिविल- एसएन तिवारी, डीजीएम मिल- उदय कुमार, डीजीएम सिविल बीके सिंह, अपर प्रबंधक (कार्मिक) – संजीव रंजन एवं ग्रामीणों की ओर से तालसा गांव के माझी बाबा दुर्गाचरण मुर्मू, सुधीर बेसरा, अमर माझी, हराधन हेंब्रम, वकील हेंब्रम, रामचंद्र टुडू, दरोगा हेंब्रम, खोंता हेंब्रम, सुरेश हेंब्रम, सुपाई हांसदा समेत 80 ग्रामीण शामिल थे.
उत्पादन शुरू, लेकिन प्रोसेसिंग प्लांट बंद रहा: मंगलवार को तुरामडीह माइंस में उत्पादन शुरू हो गया, लेकिन प्रोसेसिंग प्लांट को फिलहाल बंद रखा गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रोसेसिंग प्लांट तब तक शुरू हो पाना संभव नहीं है, जब तक टेलिंग पौंड की मरम्मत नहीं हो जाती है. इसमें लंबा वक्त लग सकता है. इससे यूसिल प्रबंधन को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.